उषा फाटक मोहल्ले में हुए हत्याकांड को अंजाम देने वाले दोनो आरोपी, पुलिस की गिरफ्त में।

इंदौर ब्युरो।

इंदौर के थाना एम.जी. रोड़ के उषा फाटक मोहल्ले में दिनांक 22-23 जून 2024 रात्रि लगभग 02.00 बजे मोनू कल्याणे नामक युवक की दो आरोपियों अर्जुन फतरोड़ व पीयूष फतरोड़ द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मोनू कल्याणे की राजनैतिक व सामाजिक रूप से सक्रियता के कारण इस हत्या से क्षेत्र में लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया था। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए इन्दौर पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री राकेश गुप्ता व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त इंदौर श्री अमित सिंह द्वारा प्रकरण में शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया । उक्त निर्देशों के अनुक्रम में डीसीपी जोन-3 श्री पंकज पाण्डेय द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर इस मामले में दोनों आरोपियों की सुरागरसी व गिरफ्तारी हेतु तीन टीमें गठित की गई । इन टीमों को आरोपियों के रिश्तेदारियों, मित्र-दोस्तों अन्य संभावित स्थानों में जाकर आरोपियों के संबंध में पूछताछ करने व गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश देकर रवाना किया गया ।
इन टीमों द्वारा उज्जैन, मन्दसौर, इन्दौर में विभिन्न स्थानों पर व भोपाल, विदिशा आदि स्थानों पर जाकर लगातार पूछताछ कर आरोपियों के बारे में सूचना संकलन किया व छापे मारे गये। डीसीपी जोन-3 श्री पंकज पाण्डेय, एडीसीपी श्री रामसनेही मिश्रा, एसीपी कोतवाली श्री विनोद दीक्षित द्वारा पूरी रात जागकर अलग-अलग टीमों को टास्क दिए गए व निरंतर मॉनिटरिंग की गई।
पुलिस टीमों के अथक प्रयास से घटना के 30 घंटे के अंदर ही दोनों *आरोपी अर्जुन फतरोड़ व पीयूष फतरोड़* को भोपाल के आईएसबीटी के बाहर से पकड़ा गया। उनके पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसायकिल टीवीएस राइडर व तलाशी पर घटना में प्रयुक्त पिस्टल बरामद की गई है।
आरोपियों से घटना की योजना बनाने व हत्या के पीछे कारण के बारे में विस्तृत पूछताछ करने के लिए पुलिस रिमांड लिया जा रहा है। दोनो आरोपी मृतक के पड़ोस में ही रहते थे व आपस में मामा-भांजे का रिश्ता भी है। प्रारंभिक पूछताछ में पडौसियों में आपसी विवाद और रंजिश की बात सामने आई है। इस संबंध में विस्तृत पूछताछ की जायेगी। पुलिस कमिश्नर इंदौर द्वारा शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करने वाली पुलिस टीमों को 30,000/-रुपये के पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।

पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके विरुद्ध विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं।

उक्त त्वरित कार्यवाही में निरीक्षक एम.जी. रोड़ विजय सिसौदिया, निरीक्षक कोतवाली वेदेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक शकील कुरैशी, उप निरीक्षक कमल किशोर, उप निरीक्षक विशाल, सउनि सत्येन्द्र सिंह जादौन, प्र.आर. योगेश जोशी, प्र.आर. शराफत, प्र.आर. इकरार, प्र.आर. विजय दुबे, आरक्षक लोकेन्द्र, आरक्षक संजय उईके, आरक्षक दिनेश सिंह (भोपाल), आरक्षक मुकेश, आरक्षक अमर, आरक्षक विकास बछानिया का विशेष योगदान रहा।

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