सोमेश तिवारी,इंदौर
आपके बेटे को सीबीआइ पुलिस ने पकड़ लिया है। घबराए पिता को बैकग्रांउड में पुलिस की गाड़ी का सायरन सुनाई देता है और मारपीट की आवाज से डराया जाता है। आरोपी पिता को डराने के लिए एआइ तकनीक का इस्तेमाल कर बेटे की आवाज सुनाते हैं। अधिकारी के कहने पर बेटा सिर्फ इतना कहता है, मुझे बचा लो पापा.. और फोन दोबारा नकली सीबीआइ अधिकारी ले लेता है। ऐसे कई वॉइस और वीडियो कॉल आने व उससे ठगी होने की शिकायतें पुलिस के पास पहुंच रही है।
जानकारी के अनुसार, हरियाणा, झारखंड, दिल्ली और राजस्थान की गैंग अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का इस्तेमाल कर ठगी की वारदातें कर रही है। ठग सीबीआइ अधिकारी बताकर फ्रॉड करने के लिए एआइ तकनीक का इस्तेमाल कर वीडियो कॉल पर पुलिस स्टेशन या ऑफिस तक दिखा देते हैं। उसके बाद पीड़ित को डरा-धमकाकर उससे लाखों रुपए खाते में ट्रांसफर करवा लेते हैं। कई बार युवक युवतियों के फर्जी अश्लील फोटो वीडियो दिखाकर पैसे वसूल लेते है। फेसबुक पर कई बार उनकी फ्रेंड रिक्वेस्ट आ जाती है जो पहले से आपके फ्रैंड है। इस तरह की नकली रिक्वेस्ट से बचें। लोग फेसबुक इंस्टाग्राम पर अधिक से अधिक व्यूज बढ़ाने के चक्कर मे अंजान लोगो को भी फ्रैंड बना लेते है। इंदौर क्राइम ब्रांच के पास ऐसे करीब सात शिकायतें महज एक माह के भीतर पहुंची है। इससे कई गुना ज्यादा इस तरह ठगी के फोन जनता के पास आ चुके है।
ठग एआइ के माध्यम से इंटरनेट पर उपलब्ध डाटा का इस्तेमाल कर ठगी कर रहे हैं। वह सोशल मीडिया पर वॉइस और रील्स की आवाज को एआइ के उपयोग से हूबहू वॉइस बनाकर पीड़ित को भ्रमित कर देता है।
आपका बच्चा या कोई परिवार के सदस्य की आवाज में कॉल आए और रुपए मांगे तो उनके पर्सनल नंबर पर कॉल करके पहले कंफर्म करें।