ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री
✍🏻विवाह का सीजन प्रारंभ होने बाला है और आगामी समय मे जगह- जगह मांगलिक कार्यक्रम देखने को मिलेंगे, लेकिन फिर भी कई लोग ऐसे हैं, जिनको योग्य वर-वधु नहीं मिल रहे है, किसी ना किसी कारण विवाह में बाधा आ जाती है या फिर किसी कारणवश विवाह में देरी हो रही है तो ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार ये ज्योतिष के उपाय आपकी मदद कर सकते हैं, ये उपाय विवाह संबंधित अड़चन को खत्म करते हैं और घर में जल्द ही मंगल कार्य संपन्न होता है आइए जानते हैं उन उपाय के बारे में…..
*इनकी पूजा से मिलता है आशीर्वाद:-* ज्योतिषाचार्य पंडित नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि विवाह के इच्छुक युवक-युवतियां हर रोज मंदिर जाकर शिव-पार्वती की पूजा करें, ऐसा करने से विवाह में हो रही देरी के ग्रह दूर होते हैं, शिव पुराण के अनुसार, भगवान शिव ने माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर ही पत्नी रूप में स्वीकार किया था, इसलिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से विवाह में आ रही अड़चन दूर होती है।
*कन्याएं रखें यह व्रत* ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि कन्या शिव जी जैसा पति प्राप्त करने के लिए 16 सोमवार का व्रत रखकर लाभ प्राप्त कर सकती हैं, यह व्रत आप सावन के पहले सोमवार से शुरू कर सकते हैं, ध्यान रखें कि शिवजी की पूजा में गंगाजल और भस्म अर्पण का विशेष महत्व बताया गया है, इनकी कृपा से विवाह में कोई परेशानी नहीं आती है।
*इसकी पूजा से बनते हैं विवाह के योग* ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार कुंडली में सप्तमेश विवाह का भाव है, जब पंचम भाव के स्वामी चंद्रदेव स्थित हों और सप्तम भाव के स्वामी सप्तम भाव में स्थित हैं तो विवाह के योग बनते हैं, इसलिए सप्तमेश की पूजा करना युवक-युवतियों के लिए बहुत जरूरी है, इससे विवाह के योग शीघ्र बनते हैं और हर परेशानी खत्म होती है।
*इस दिन रखें व्रत* जिन लोगों के विवाह में कोई न कोई समस्या बनी रहती है तो उनको गुरुवार का व्रत करना चाहिए। इसके लिए पीले वस्त्र धारण करें और पीले फूल, चने की दाल और चंदन से भगवान विष्णु की पूजा करें। इस दिन केले के पेड़ की भी पूजा करें। ऐसा करने से विवाह की समस्याएं धीरे-धीरे खत्म होने लगती हैं।
*यह रुद्राक्ष करें धारण* विवाह संबंधित हर समस्या के लिए छह मुखी रुद्राक्ष सबसे श्रेयस्कर माना गया है। छह मुखी रुद्राक्ष को भगवान कार्तिकेय का स्वरूप कहा जाता है और इसके धारण से सभी समस्याएं खत्म होती है।