IAS नियाज खान बोले- बॉलीवुड सनातन का दुश्मन:ब्राह्मण द ग्रेट पार्ट-2 में लिखा- ब्राह्मणों से कराएंगे शुद्धिकरण

अपनी बुक ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ और बयानों से विवादों में रहे आईएएस नियाज खान ने एक और किताब लॉन्च की है। ब्राह्मण द ग्रेट पार्ट-2 में सनातन धर्म और ब्राह्मणों की सर्वोच्च सत्ता की बात कही है। नियाज ने लिखा है कि बॉलीवुड सनातन का दुश्मन है। इसे बंद कर ब्राह्मणों से कलाकारों का शुद्धिकरण कराया जाएगा। प्रेम मोहब्बत को अपराध घोषित किया जाएगा, क्योंकि समाज में दुराचार फैलता है।

आईएएस अफसर नियाज खान ने अपनी किताब में ये भी लिखा है- देश में लोकतंत्र की जगह धर्मतंत्र होना चाहिए। गोमाता को सबसे ज्यादा महत्व मिले। अंग्रेजी लिबास के बजाय भारतीय लिबास लागू हो। छुआछूत और भ्रष्टाचार करने पर कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

खान का 10वां उपन्यास लॉन्च

‘ब्राह्मण द ग्रेट की सीरीज में ‘वार अगेंस्ट कलियुग’ नियाज खान का 10वां उपन्यास है। उपन्यास के नायक ब्राह्मण शुभेंद्र उर्फ जूनियर कौटिल्य भारत को ऐसा सनातन राष्ट्र बनाना चाहते हैं, जहां ब्राह्मण सनातनपति होगा। सनातन देश में ब्राह्मण केवल मजिस्ट्रेट, शिक्षा और पूजा पाठ का काम करेंगे और राष्ट्र के मार्गदर्शक होंगे। वे प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट के सलाहकार भी होंगे। पार्लियामेंट कानून भी सनातनपति से सलाह लेकर बनाएगा।

गाय सबसे पवित्र मानी जाएगी, धर्मतंत्र बनेगा

उपन्यास के नायक की व्यवस्था में सनातन राष्ट्र में गाय सबसे पवित्र होगी। देश की मुद्रा और सिक्कों पर गाय और बछड़े का चित्र होगा। चूंकि लोकतंत्र अंग्रेजों की देन है, इसलिए लोकतंत्र और धर्म को मिलाकर धर्मतंत्र बनाया जाएगा। ब्राह्णणों को अधिसूचना जारी कर विशेष नागरिक का दर्जा दिया जाएगा। ब्राह्मणों को धोती, कुर्ता, खड़ाऊं और जनेऊ पहनना अनिवार्य होगा और शिखा उनके सिर की शोभा बढ़ाएगी।

अंग्रेजी कपड़ों पर रोक होगी, संस्कृत केवल ब्राह्मणों की भाषा

उपन्यास के नायक द्वारा देश में लागू की जाने वाली व्यवस्था में सनातन राष्ट्र में कोई भी गोरों के कपड़े नहीं पहन पाएगा।औभारतीय लिबास को महत्व मिलेगा। संस्कृत केवल ब्राह्मणों की भाषा होगी। आमजन हिन्दी और क्षेत्रीय भाषा बोल सकेंगे। प्रेम मोहब्बत को अपराध घोषित किया जाएगा, क्योंकि समाज में दुराचार फैलता है। सनातन धर्म के संचालन के लए ग्रामीण क्षेत्रों में ब्राह्मण पुजारियों को कार्यपालिक मजिस्ट्रेट बनाया जाएगा।

इस्लामिक चरमपंथियों के खिलाफ लिखी किताब

इससे पहले उन्होंने इराक में यजीदियों पर नई किताब लिखी है- बी रेडी टू डाई। इसमें उन्होंने बताया है कि नॉर्थ इराक के यजीदी हिंदुओं का ही रूप हैं। वे भी हिंदुओं की तरह सूर्य और अग्नि के उपासक हैं। इस्लामिक चरमपंथियों ने उनका जमकर कत्लेआम किया है।

हिजाब का किया था समर्थन

नियाज खान कई बार विवादों में घिर चुके हैं। उन्होंने हिजाब विवाद में ट्वीट करते हुए लिखा था कि हिजाब हमारे जीवन की सुरक्षा करता है, साथ ही ये हमें प्रदूषण से भी सुरक्षित रखता है, इसलिए हिजाब को प्रोत्साहित करें। इससे लोग कोरोना और वायु प्रदूषण से सुरक्षित रह सकेंगे, हिजाब या नकाब पर इतनी कंट्रोवर्सी क्यों?

खान सरनेम भूत की तरह पीछा कर रहा है

नियाज खान अपने सरनेम को लेकर ट्वीट कर चुके हैं। साल 2019 में नियाज खान ने अपने ट्वीट में लिखा था कि उनके नाम के साथ खान लगे होने के कारण उन्हें अपनी सर्विस के दौरान बहुत कुछ भुगतना पड़ा है और खान सरनेम भूत की तरह उनका पीछा कर रहा है।

नौकरी में आते ही छापे मारना शुरू कर दिया

मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले नियाज खान 2001 में राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बने थे। उन्हें 2015 में IAS में प्रमोशन मिला था। पहली पोस्टिंग 2002 में रायसेन के मंडीदीप में बतौर डिप्टी कलेक्टर हुई थी। उन्होंने नकली सामान बनाने वाली फैक्ट्रियों पर धावा बोला था। इस दौरान जान से मारने की धमकी भी मिली थी। इस पर मंडीदीप और बरेली थाने में FIR दर्ज कराई थी।

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