*राकेश टिकैत बोले सरकार की मंशा किसानों को फायदा पहुंचाने की नहीं है बल्कि सरकार किसानों की जमीन छीनना चाहती है*

प्रतीक पाठकसिवनी मालवा-
सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर किसने की ट्रैक्टर रैली और मंडी में होने वाली सभा उसे समय विवाद में फंस गई जब प्रशासन ने मंडी की सभा की अनुमति देने से मना कर दिया अब इससे प्रशासन की अकड़ कहीं जाए या चुक इसके चलते किसानों में आक्रोश और ज्यादा बढ़ गया। हालांकि किसानों के आक्रोश को देखते हुए छावनी बन चुकी मंडी में अंतत प्रशासन ने सभा की अनुमति दे दी। किसने की ट्रैक्टर रैली तवा कॉलोनी के पास से प्रारंभ हुई जिसमें लगभग 500 ट्रैक्टर रैली की शक्ल में चल रहे थे जिसकी अगुवाई कर रहे थे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत। राकेश टिकैत खुद ट्रैक्टर चलाते हुए रैली में चल रहे थे उनके पीछे-पीछे बड़ी संख्या में किस भी सिवनी मालवा से बनापुरा कृषि उपज मंडी तक पहुंचे। किसने की इस रैली को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल सिवनी मालवा में तैनात कर दिया गया था। सभा स्थल तक पहुंचने को लेकर किसानों और प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों के बीच जमकर बहस हुई जब किसानों का आक्रोश शांत नहीं हुआ तो पुलिस और प्रशासन ने किसानों को मंडी में जाने से रोकने के लिए लगाए गए बैरिकेट्स को आनन-फानन में हटा दिया और किसानों को मंडी के अंदर जाने दिया। पुलिस और प्रशासन के रवैये से नाराज किसान कृषि मंडी के भीतर पहुंचकर भारी धूप में ही सडक़ पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे इसके बाद एक ट्राली को मंच का रूप देखकर राकेश टिकैत की सभा संपन्न कराई गई। सभा के समापन पर तहसीलदार राकेश खजूरिया को किसनो की मांगों का ज्ञापन भी सौंपा गया। कृषि मंडी में आयोजित इस सभा में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टकैत ने केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथो लिया। उन्होंने कहा कि किसानों की मंशा के अनुरूप सरकार काम नहीं कर रही है सरकार की इच्छा किसानों को फायदा पहुंचाने की बजाय किसानों से जमीन कैसे ली जाए इसकी है। अगर ऐसा ही चला रहा तो आने वाले समय में खाने की रोटी भी कीमत देकर वसूली जाएगी। म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री देश के कृषि मंंत्री है उन्होंने 18 सालों में किसानों के लिए प्रदेश में कुछ नहीं किया तो अब देश के लिए क्या करेंगे । इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है । किसान नेता राकेश टिकट का कहना है कि अपनी मंडी में पंचायत या सभा करने की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है अनुमति लेने की परंपरा गलत है ना हमने पहले कोई अनुमति ली है नहीं आने वाले समय में हम कोई अनुमति लेंगे। किसान की मंडी में सभा करने की अनुमति कौन देगा यह हमारी मंडी में यहां सभा करने की से सूचना दी जाती है। अभी तो कोई बड़ा आंदोलन नहीं होगा लेकिन जिस तरह से प्रदेश का किसान सोयाबीन को लेकर साइको का उतर रहा है तो आने वाले समय में बहुत बड़ा आंदोलन हो सकता है। शिवराज सिंह चौहान केंद्र में कृषि मंत्री हैं मध्य प्रदेश में 15 साल सरकार चला चुके हैं तो उन्हें किसानों के लिए काम करना चाहिए। इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष पटवारे, जिलाध्यक्ष राकेश जाट सहित बड़ी संख्या में किसान भी उपस्थित रहे। स्टेट रायबरेली का स्वागत गांधी चौक पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव राधेश्याम पटेल और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विजय पटेल के द्वारा किया गया तो वहीं बनापुरा में इसका स्वागत कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी रहे अजय पटेल के नेतृत्व में हुआ। किसान नेता राकेश डकट का कहना है कि ष्ट2 प्लस 50त्न वाला फार्मूला लागू हो जाता है तो किस को अपना मूल्य मिल जाएगा। लागत में 50त्न जोडक़र यही हाल चने के समय भी होता है लेकिन किस की बात सुनने के लिए सरकार तैयार नहीं है। मंडी में किसान अपनी उपज बेचने के लिए खड़ा रहता है जब किसान रिश्वत देता है उसके बाद ही उसकी उपज की तुलाई होती है। अगर किसानों के लिए एमएसपी खरीद कानून बन जाएगा तो एमएसपी से कम की खरीद होना बंद हो जाएगी, कानूनी अधिकार किसान को मिल जाएगा, पूरे देश मे यही लड़ाई चल रही है।

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