इंफाल : मणिपुर में लंबे समय से हिंसा चल रही है। इसी बीच राहत भरी खबर आई है। मैतेई और हमार समुदायों के प्रतिनिधियों ने मणिपुर के हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले में शांति बहाली के लिए हर संभव प्रयास करने पर सहमति व्यक्त की। असम के कछार में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक प्रतिष्ठान में हुई बैठक में दोनों पक्षों के बीच यह समझौता हुआ। अधिकारियों ने बताया कि बैठक का संचालन जिरीबाम जिला प्रशासन, असम राइफल्स और सीआरपीएफ ने किया। बैठक में जिरीबाम जिले के थाडौ, पैते और मिजो समुदायों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। इन समुदायों के प्रतिनिधियों के जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया, ‘बैठक में यह संकल्प लिया गया कि दोनों पक्ष सामान्य स्थिति बहाल करने तथा आगजनी और गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। दोनों पक्ष जिरीबाम जिले में कार्यरत सभी सुरक्षा बलों को पूर्ण सहयोग देंगे।’
समुदायों की अगली बैठक 15 अगस्त को होगी। पिछले वर्ष मई से मैतेई और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा जारी है। हिंसा में 226 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। हजारों लोग बेघर हुए हैं और शिविरों में रह रहे हैं।