महिला सरपंच की निर्मम पिटाई, सरपंच पति पर प्राण घातक हमला

प्रतीक पाठक, नर्मदापुरम

नर्मदापुरम के समीप ग्राम पंचायत बड़ोदिया कलां के गांव पलासडोह में गांव की निकासी नाली पर अवैध अतिक्रमण किया है जिससे गंदा जल तथा गटर मुख्य मार्ग पर ओवर फ्लो में आ जाता है और बरसात में यह सड़क के ऊपर से बहकर लोगों के घरों में आ जाता है। जनता की इस समस्या को सरपंच ने शासन प्रशासन व अन्य सभी संबंधित कार्यालय को पिछले डेढ़ साल से निरंतर संज्ञान में लाकर इसके निराकरण के प्रयास किए हैं। इसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई बताया जाता है कि महिला सरपंच अलका शर्मा की भी निर्मम पिटाई की गई उक्त महिला ने पुलिस में शिकायत की इसके पहले ही दूसरे पक्ष ने शिकायत झूठी दर्ज कराई। मामला राजनैतिक से जुड़ होने के कारण उक्त महिला सरपंच और पति पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है मालूम हो की सरपंच पति की हालत ज्यादा खराब बताई जा रही है सरपंच पति के सिर पर काफी गंभीर चोट आई है जिसका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। बताया जाता है कि घायल व्यक्ति को आई सी यू में रखा गया है। वही इस मामले की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अलावा महिला आयोग के साथ-साथ सरपंच संगठन ने भी ज्ञापन देने के लिए संगठित है इस पूरे मामले की निपक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की जाए। बता दे की महिला सरपंच के पति सेना से रिटायर फौजी है।

सरपंच ने की थी अतिक्रमण और कई अनियमितताओं की शिकायत ।

पंचायत के रोजगार सहायक के परिवार द्वारा गांव में कई स्थानों पर अवैध अतिक्रमण कर खेतों में जाने वाले वाहनों के मार्ग को बाधित किया है। कहीं पर निकासी नालियों को भी बाधित किया हुआ है। पंचायत में पूर्व में हस्तक्षेप कर बहुत अनियमितताएं की है जिनमें झूठे मेड़ बंधान, पौधारोपण, नाली कार्य, नल जल कार्य, इत्यादि जिनकी शिकायत जनता से प्राप्त होने पर सरपंच द्वारा जनपद, जिला पंचायत को दी गई है।

घर में घुसकर किया जानलेवा हमला आचार संहिता समाप्त होने पर 13 दिसंबर को अन्य स्वीकृत कायों को सरपंच द्वारा कराया जा रहा था, जिसके तहत वहां मिट्टी इत्यादि डली देखकर ग्राम रोजगार सहायक संदीप साहू ने अंदाज़ा लगाया कि अब उनके अतिक्रमण वाले स्थान पर भी काम होगा। ऐसी शंका से नाराज रोजगार सहायक व उसके परिवार के एक दर्जन लोगों ने सरपंच के घर में घुसकर करीब रात 930 बजे जानलेवा हमला किया, जिसमें महिला सरपंच के पति जी कि पूर्व सैनिक है तथा एक स्वयं सेवक भी है को बहुत गंभीर चोट आयी हैं। इस घटना में प्रशासन की उदासीनता एक मुख्य कारण है। यदि समय पर इन अवैध अतिक्रमणकारियों पर नकेल कस दी जाती तो संभवतः इतना बड़ा हादसा ना होता। आश्चर्य तो तब होता है जब देश के लिए 21 साल की शानदार सैन्य सेवा देने वाले देश के बहादुर बेटे पर हमला होता है और पुलिस व प्रशासन उसे सहयोग देने के स्थान पर घटना के आरोपी ग्राम रोजगार सङ्ख्यक व उसके परिवार को पीड़ति बनाने में लगे हैं।

महिला सरपंच लगा रही न्याय के लिए चक्कर।

महिला सरपंच उसके पति को घायल अवस्था में अस्पताल छोड़कर, न्याय व सहयोग के लिए कार्यालयों के चक्कर लगा रही हैं। महिला सरपंच का कहना है कि यदि शासन द्वारा अपराधियों का संरक्षण या बचाव किया जाता है तो वह जल्दी ही मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा देने वाली हैं। उन्होंने कहा कि इसका कारण यह है कि उसकी निजी भूमी पर किसी का अतिक्रमण नहीं है, वह सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण से जनता के रुके हुए विकास कार्य कराना चाहती हैं।

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