प्रतीक पाठक
नर्मदापुरम।
शहर में मां नर्मदा जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। इसी के चलते शहर के अनेक स्थानों पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हो रहा है । इसी कड़ी में मोरछली चौक स्थित नर्मदा गणेश सांई मंदिर में सोनी परिवार के सानिध्य में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। नर्मदा मंदिर में 41 सालों से लगातार मूर्ति स्थापना कर नर्मदा पुराण का आयोजन किया जाता है। यह आयोजन प्रीतम सोनी , सुभाष सोनी और इंद्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में होता है । यहां पर सोनी परिवार यह कार्यक्रम करवाते हैं । इसके लिए किसी अन्य जगह से कोई सेवा नहीं ली जाती। गुरुवार को मंदिर में कथा समापन के साथ भंडारे का आयोजन किया गया । इस दौरान सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने धर्म लाभ लिया। शुक्रवार को नर्मदा गणेश सांई मंदिर से सेठानी घाट के लिए दोपहर को कलश यात्रा भी निकाली जाएगी।
हर साल मूर्ति स्थापना कर होती है नर्मदा पुराण, सैकड़ों की संख्या में पहुंचते हैं श्रद्धालु
कई वर्षों से इस मंदिर में नर्मदा जयंती के अवसर पर मां नर्मदा की मूर्ति स्थापना कर नर्मदा पुराण का आयोजन किया जाता है। पुराण में मां नर्मदा की महिमा की सारगर्भित प्रसंग का वर्णन किया गया । नर्मदा पुराण की कथा में पंडित योगेंद्र देवोलिया महाराज ने कहा कि नर्मदा का हर कंकड़ शंकर है। नर्मदा के दर्शन मात्र से ही आदमी के पाप नष्ट हो जाते हैं । उन्होंने कहा कि मां नर्मदा के दर्शन से से ही सारे कष्ट दूर हो जाते हैं मां के दर्शन प्रतिदिन करना चाहिए। नर्मदा हमारी मां है हम मां नर्मदा की सेवा भक्ति भाव से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मां नर्मदा के किनारे अनेक मंदिर बनाए गए हैं जो दर्शनीय और मां नर्मदा अमरकंटक से निकलकर खंभात की खाड़ी में गिरती है । जगह-जगह कल कल करती धारा से मन प्रसन्न होता है । इसके साथ ही यह हमारे लिए जीवन दायिनी भी है। मां नर्मदा हमारे प्रदेश की जीवन रेखा भी कहलाती है। मां नर्मदा भगवान शंकर की पुत्री हैं । उन्होंने कहा कि केवल मां नर्मदा ही है जो पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है। महाराज श्री ने मां नर्मदा की पवित्र की कथा का विस्तार से वर्णन किया।