
प्रतीक पाठक नर्मदापुरम-
जिले में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी ने पुलिस प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। घटनाओं के विश्लेषण में यह सामने आया है कि अधिकांश दुर्घटनाएं सिवनीमालवा–पिपरिया मार्ग, सांडिया–मटकुली मार्ग, तथा पुराना एनएच-69 (मीनाक्षी चौक से इटारसी) के बीच केंद्रित हैं। इन मार्गों पर लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री साई कृष्णा थोटा ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए गंभीर पहल की है।आज पुलिस अधीक्षक श्री थोटा ने माखननगर और सोहागपुर थाना क्षेत्रों में स्थित प्रमुख दुर्घटना स्थलों का विस्तार से निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर सड़क की भौतिक स्थिति, दुर्घटना के कारणों, घटनास्थल की परिस्थितियों तथा यातायात व्यवस्था का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक यातायात संतोष मिश्रा, निरीक्षक अनूप उईके, निरीक्षक ऊषा मरावी सहित संबंधित विवेचक भी उपस्थित रहे।निरीक्षण के दौरान सड़क सुरक्षा की दृष्टि से कई महत्वपूर्ण बिंदु सामने आए। ब्लाइंड स्पॉट, टूटे शोल्डर, सड़क पर गड्ढे, फेडेड रोड लाइनिंग, रेडियम मार्किंग की कमी तथा उचित साइनेज न होने जैसे कारण दुर्घटनाओं की प्रमुख वजह पाए गए। इन बिंदुओं पर पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को दीर्घकालिक सुधारात्मक उपाय तैयार करने के निर्देश दिए।डीएसपी यातायात संतोष मिश्रा को सड़क इंजीनियरिंग से जुड़े आवश्यक सुधारों—जैसे रेडियम पेंट, नए साइनेज, ब्लाइंड स्पॉट का परिशोधन, गड्ढों की मरम्मत और रोड लाइनिंग—के लिए संबंधित सड़क निर्माण एजेंसी मप्र सड़क विकास निगम को पत्र लिखकर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है।पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए “इंजीनियरिंग, एनफोर्समेंट और एजुकेशन”—यह तीनों मोर्चे एक साथ मजबूत किए जा रहे हैं। जहां सड़क सुधार के लिए कार्रवाई होगी, वहीं जागरूकता अभियान और चालानी कार्यवाही भी लगातार जारी रहेगी।जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस की यह सक्रिय पहल सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीरता और तत्परता को दर्शाती है। प्रशासन का लक्ष्य है कि आने वाले समय में इन मार्गों पर दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी लाई जा सके।
