प्रतीक पाठक नर्मदापुरम –
सिवनी मालवा नगर पालिका में 25 दिसम्बर को देर रात नगर पालिका कार्यालय खुले होने पर जानकारी लेने पहुंचे पत्रकार को देखकर सीएमओ उखड़ गई, पत्रकार के मोबाइल छीनकर उसमें रिकार्ड फोटो वीडियों को डिलीट करवा दिया गया। आरोप तो यहां तक है कि मैडम में कर्मचारियों के बोलकर पत्रकार से झूमा झटकी करवाते हुए नगर पालिका में आने पर जान से मारने की धमकी भी दे डाली। जिसका सीसीटीवी विडियो भी वायरल हो रहा है। वही इसके बाद सीएमओ अपनी गलती छुपाने के लिए कर्मचारियों को लेकर थाने पहुंची और पत्रकार पर ही शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करवा दिया।
गौरतलब है कि सीएमओ शीतल भलाावी की कार्यशैली को लेकर कई प्रकार के सवाल पहले भी उठे है। पूर्व में पदस्थ नगर पालिकाओं में लाखों के भ्रष्टाचार के बाद इनको वहां से निलंबित किया गया था। तो वहीं जब पत्रकार को जानकारी देने के बजाए विवाद खड़ा करना और जान से मरने की धमकी के बावजूद मामला दर्ज करवाने पहुंची सीएमओ से पत्रकारों ने इस मामले की जानकारी चाही तो मैडम किसी भी प्रकार की जानकारी देते से बचती रही।
अब सवाल यह है कि अगर आप सही थे तो बाकी के पत्रकारों को उक्त समय हुई घटना के बारे में जानकारी देने में आपको क्या समस्या था, एक तरफ तो देर रात तक शासन के कामों के नाम पर कार्यालय खोलना तो वहीं दूसरी तरफ अपनी अफसरशाही दिखाने के लिए दिन रात कर्मचारियों को भीड़ बनाते हुए घंटो थाने में खड़े रखना कहां से उचित है। कई कर्मचारियों का कहना है कि अगर हम मैडम की बात नहीं मानते तो वह हमें प्रताड़ित करने लगती, क्योंकि पूर्व में भी इस तरह के कई मामले हो चुके है।
पूरे मामले को लेकर पत्रकार संघ सिवनी मालवा ने एसडीओपी व तहसीलदार को ज्ञापन सौंप बताया कि विधानसभा सिवनी मालवा अंतर्गत नगरपालिका में सीएमओ शीतल पिता रामनारायण भलावी द्वारा नगर पालिका कार्यालय में जानकारी लेने गए पत्रकार केके यदुवंशी के साथ झूमा झटकी और जान से मारने की धमकी दी गई। साथ ही नगर पालिका कर्मचारियों के साथ मिलकर पुलिस थाना पहुंचकर पत्रकार केके यदुवंशी के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने सहित अन्य मामले दर्ज करा दिए गए।
नगर पालिका के कर्मचारियों के साथ पुलिस थाने पहुंच कर कुछ चुनिंदा वीडियों बताकर इसे शासकीय कार्य में बाधा का मामला बताया गया। साथ ही सीएमओ शीतल भलावी द्वारा पत्रकार केके यदुंवशी का मोबाइल में रिकार्ड वीडियो और फोटो अपने कर्मचारियों से बोलकर डिलीट करवा दिए गए। जिस पर तहसीलदार नितिन राय ने पूरे मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।