प्रतीक पाठक नर्मदापुरम –
नर्मदापुरम जिले में आरबीएसके टीम डोलरिया ए द्वारा तवा कालोनी डोलरिया के राकेश हरियाले की 02 वर्षीय बालिका लिशा का 18 जून 2024 को आगनबाड़ी केन्द्र में स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान बच्ची को जन्मजात मोतियाबिन्द होने की संभावना बताई गई एवं उपचार हेतु जिला चिकित्सालय के डीईआईसी. रिफर किया गया। डी. ई. आई. सी. में नेत्र सहायक श्री सजल परसाई द्वारा परीक्षण उपरांत बालिका को जिला चिकित्सालय में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. डी.सी. किंगर को दिखाया गया। चिकित्सक द्वारा जन्मजात मोतियाविन्द होने की पुष्टि की गई एवं उपचार हेतु उच्च संस्थान रिफर कर दिया गया। 15 जुलाई 2024 को बालिका के माता पिता बालिका को लेकर सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय भोपाल गये जहां परीक्षण करने पर बालिका की दोनों आंखों की सर्जरी हेतु लगभग 30000/- रूपये का व्यय बताया गया। चालिका के माता पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण सर्जरी नहीं करा पाये एवं वापिस घर आ गये।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर.बी.एस.के.) टीम डोलरिया के चिकित्सक डॉ. शोहेल कुरैशी, डॉ ज्योति मंडलोई एवं श्रीमती भावना पालीवाल द्वारा बालिका के माता पिता से गृहभेंट के दौरान उनकी सभी समस्या सुनी और उन्हें आयुष्मान एवं आर.बी. एस. के. योजना के संबंध में संपूर्ण जानकारी दी गई एवं पुनः डी.ई.आई.सी. रिफर किया गया। सीएमएचओ डॉ. दिनेश देहलवार के निर्देश पर डीईआईसी ने बालिका लिशा के संबंध में सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय भोपाल से समन्वय स्थापित किया गया, जिस पर उक्त संस्था द्वारा बच्ची की सर्जरी आयुष्मान योजना से करने हेतु सहमति दी गई।
बालिका के माता पिता बालिका को लेकर 02 सितम्बर 2024 को सेवा सदन नेत्र चिकित्सालय भोपाल गये। जहां पर नेत्र चिकित्सा विषेषज्ञों द्वारा 03 सितम्बर 2024 को बायीं आँख एवं 14 सितम्बर 2024 को दायी आँख की सफल सर्जरी की गई। जिससे बालिका की आँखों के साथ साथ उसको जिन्दगी की रोशनी भी मिल गई। पिता राकेश हरियाले द्वारा बेटी के सफल ऑपरेशन पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, सीएमएचओ डॉ. दिनेश देहलवार एवं आर.बी. एस. के. कार्यक्रम का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शासन द्वारा चलाई जा रही आयुष्मान योजना से नागरिकों को लाभ लिया जाना चाहिए। मैं माननीय प्रधान मंत्री महोदय को धन्यवाद देता हूँ।