बाबा साहब ने विषम परिस्थितियों से निराश न होकर अपनी इक्षाशक्ति के आधार पर श्रेष्ठता सिद्ध की

प्रतीक पाठक सिवनी मालवा –

विश्व हिंदू परिषद समरसता आयाम द्वारा बाबा भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर किया श्रद्धापूर्वक नमन दी पुष्पांजलि । उक्त जानकारी देते हुए विश्व हिंदू परिषद नगर समरसता प्रमुख रविन्द्र छिरेले ने बताया कि संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर जी की विश्व हिंदू परिषद समरसता आयाम द्वारा आयोजित जयंती के अवसर पर जयंती कार्यक्रम में अतिथि विश्व हिंदू परिषद प्रांत सह धर्माचार्य संपर्क प्रमुख शिव राठौर जिला उपाध्यक्ष प्रवीण अवस्थी अहिरवार भोपाल अध्यक्ष कैलाश ग्वाले अहिरवार समाज जिला उपाध्यक्ष राजा गनगोरे नगर सेवा प्रमुख सुशील गोहर नगर समरसता प्रमुख रविन्द्र छिरेले आदि की उपस्तिथि में स्थानीय रैदास नगर सेवा बस्ती में संत रविदास मंदिर में बाबा साहब अंबेडकर के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प माला चढ़ाकर पुष्पांजलि अर्पित कर किया नमन। जयंती कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद प्रांत सह धर्माचार्य संपर्क प्रमुख शिव राठौर ने बाबा साहब को नमन करते हुए कहा कि बाबा साहब अत्यंत साधारण परिवार में जन्मे फिर भी उस समय काल अवधि में विकृति छुआछूत जैसे अभिशाप समाज की उपेक्षा फिर भी निराश न होकर अपनी इक्षा शक्ति के आधार बलपुर खुद की श्रेष्ठता सिद्ध की इतनी विषम परिस्थितियों में कमजोर व्यक्ति मैदान छोड़कर भाग जाता हे लेकिन यह डाक्टर भीमराव अंबेडकर जी थे जिन्होंने धर्म विरोधी शक्तियों के सामने सामाजिक सुधार का सत्याग्रह निरंतर चलाकर अनुसूचित समाज वांछित वर्ग ओर समाज के हर व्यक्ति तक चेतना निर्माण करने में सफलता प्राप्त की बाबा साहब ने येवला शहर महाराष्ट्र में एक घोषणा की में हिंदू धर्म नहीं छोडूंगा वे जीवन पर्यन्त कभी मुस्लिम और ईसाईयों के प्रलोभन में नहीं आए उन्होंने कहा कि मुस्लिम ईसाई बनने से मेरे अनुयाई और अराष्टिय बन जाएंगे डाक्टर अंबेडकर जन सत्याग्रह के कारण उनको श्रेष्ठता और प्रसिद्धि मिली इससे उनको संतोष नहीं था वह अनुसूचित वांछित समाज जागृत हो यही उनकी मां की चिंता का विषय था यही उनके कर्म और जीवन का लक्ष्य रहा यदि स्वयं उनको महान बनने की बात से संतुष्टि होती तो वे स्वतंत्र भारत के प्रथम मंत्रिमंडल के मंत्री बनने के बाद भी अनुसूचित पीड़ित समाज की सेवा के लिए उस पद को लात मारकर मंत्रिमंडल से अलग हो गए उनके प्रखर बुद्धिमता के साथ सत्यता करुणा भाव ही था कि अत्यंत करुणा भाव के कारण ही अपने बंधु बांधव की दीन दरिद्र स्थित देखकर अत्यंत दुखी हो जाते थे राठौर ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान सभा में सिफारिश की थी कि भारत का ध्वज भगवा एवं संस्कृत राष्ट भाषा हो उनकी गाड़ी पर भगवा ध्वज चित्रित रहता था और भारत अखंड हिंदुस्तान होगा इसी बात को हमेशा रखी बाबा साहब प्रखर राष्टभक्त और समय राष्ट के महापुरुष थे उनके बताए उनके मार्ग पर हम चले यही सच्ची श्रंद्धाजलि होगी। भोपाल अहिरवार समाज अध्यक्ष कैलाश ग्वाले ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर कोई दलितों के ही नहीं अपितु वे विश्व जगत के सभी वर्गों सभी समाजों के उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत से लड़कर सभी वर्गों को सम्मान दिलाने का कार्य किया । कार्यक्रम के अध्यक्ष अहिरवार समाज जिला उपाध्यक्ष राजा गनगोरे ने कहा कि आज जो उपेक्षित समाज जो सम्मान से जीवन जी रहा है उन सब अधिकारों की लड़ाई बाबा साहब ने लड़ी और हमें न्याय दिलाया । विश्व हिंदू परिषद जिला उपाध्यक्ष प्रवीण अवस्थी ने कहा कि बाबा साहब ने इस लोकतंत्र की नीव रखी और बे संविधान के रचयिता थे उन्होंने उस समय काल मुगल काल में हिंदू वर्ण व्यवस्था तोड़कर जो छुआछूत जैसी अभीशापित बीमारी को समाप्त करने जीवन पर्यन्त संघर्ष किया और सभी के लिए परम पूज्य हे हम उनके विचारों को जीवन में लाकर हर वर्ग हर समाज के सम्मान के देश हित के लिए कार्य करे । कार्यक्रम का संचालन नगर सामाजिक समरसता प्रमुख रविन्द्र छिरेले ने किया एवं सभी का आभार नगर सह सेवा प्रमुख सुशील गोहर ने व्यक्त किया। विश्व हिंदू परिषद बाबा भीमराव अंबेडकर जयंती कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रांत सह धर्माचार्य संपर्क प्रमुख शिव राठौर जिला उपाध्यक्ष प्रवीण अवस्थी नगर धर्माचार्य संपर्क प्रमुख ओमप्रकाश जोशी नगर सह गोरक्षा प्रमुख वीरू गणगौरे रामसिंह यादव नगर सह सेवा प्रमुख सुशील गोहर नगर उपाध्यक्ष नरेंद्र योगी लवी राठौर देव बाथब मनोज गण गोरे मोहन मलक तरूण सुनानिया के के जकनोरे संतोष मंडेर नारायण बरखने राहुल राठौर अनिल ग्वाले निशांत पार्गले अनिल जकनोर बंटी जकनोर के साथ ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता गण नागरिक जन उपस्थित थे।

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