
सिवनी मालवा से पवन जाट की रिपोर्ट
सिवनी मालवा में मंगलवार को जनसुनवाई का आयोजन किया गया, जिसमें कई गंभीर मामले सामने आए। ग्राम बराखड़ कला के जमीन स्वामियों शहबाज आलम, दानिश आलम और खरीदार हजारीलाल गुर्जर, विनोद रघुवंशी, मुक्ता दुबे, लोकेन्द्र राठौर, रामसेवक रघुवंशी और आयुष रघुवंशी ने पटवारी और कुछ अधिकारियों पर मिलीभगत से जमीन के अभिलेख बदलने का आरोप लगाया। शिकायत के अनुसार मूल रूप से केवल नाम सुधार का मामला था, लेकिन नियमों का उल्लंघन करते हुए नया खसरा नंबर 440 तैयार किया गया और पुराने 240 नंबर को अवैध रूप से 240/1 और 240/2 में बाँट दिया गया शिकायतकर्ताओं ने बताया कि यह कार्य मध्यप्रदेश भू-राजस्व संहिता और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के अंतर्गत दंडनीय है। उन्होंने मांग की कि पटवारी महेन्द्र मेहरा के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए, फर्जी खसरे निरस्त कर जमीन की मूल स्थिति बहाल की जाए और तहसीलदार तथा एसडीएम की भूमिका की जांच हो।जनसुनवाई में कुल 17 आवेदन दर्ज किए गए, जिनमें राजस्व विभाग से 5 मामले, महिला बाल विकास और पुलिस विभाग के 2-3 मामले, बैंक और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से भी शिकायतें शामिल थीं। ग्राम बाबरी के किसानों ने बताया कि उनके खेतों तक जाने वाला रास्ता कुछ लोगों के कब्जे में आ गया है, जिससे लगभग 30 किसान अपनी फसल तक नहीं पहुँच पा रहे हैं। उन्होंने अतिक्रमण हटाने और सीमांकन करने की मांग की।समाजसेवी अनिल अग्रवाल ने आरोप लगाया कि एक कथित पत्रकार शेखर बाथव उनसे पैसे की मांग करता रहा और झूठी शिकायतें फैला रहा। कई बार पुलिस में शिकायत देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए उन्होंने एसडीएम से कड़ी कार्रवाई की मांग की। ग्राम बटकी के किसान सीताराम कोरकू ने बताया कि उन्होंने अपने खेत में डीपी कनेक्शन के लिए ठेकेदार को ₹1,65,000 दिए, लेकिन महीनों बाद भी कनेक्शन नहीं मिला और ठेकेदार बार-बार अतिरिक्त पैसे की मांग कर रहा है।एसडीएम विजय राय ने सभी मामलों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए और संबंधित विभागों को तय समय सीमा में रिपोर्ट सौंपने का आदेश जारी किया। जनसुनवाई ने यह साफ़ कर दिया कि नागरिकों की आवाज़ प्रशासन तक पहुँच रही है, लेकिन अब सवाल यह है कि इन समस्याओं का समाधान कितनी जल्दी होगा।