
भोपाल , अक्टूबर 2025 , योगेश तिवारी :
मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने राजधानी के होटल लेक व्यू अशोका में सेंट्रल इंडिया प्रेस क्लब (पब्लिक ट्रस्ट) द्वारा आयोजित “मीडिया संवाद एवं दीपावली मिलन” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का प्रहरी है। उन्होंने कहा कि जब विधायिका और मीडिया साझा मंच पर संवाद करते हैं, तो लोकतंत्र की जड़ें और गहरी होती हैं। पत्रकार केवल सूचना देने वाले नहीं हैं, बल्कि समाज के विचार निर्माता हैं और उनकी कलम जनता और सत्ता के बीच एक सशक्त सेतु का काम करती है।इंडिया प्रेस क्लब (पब्लिक ट्रस्ट) द्वारा “विधायिका एवं पत्रकारिता – लोकतंत्र के दो प्रमुख आधार स्तंभ” विषय पर आयोजित कार्यशाला में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि पत्रकार वही मेहनत करते हैं जो वकील तर्क जुटाने और जासूस सबूत ढूँढने में करते हैं। उन्होंने मीडिया को लोकतंत्र की आवाज़ बताया और निष्पक्ष पत्रकारिता को जन-प्रतिनिधियों को सही दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करने वाला अहम साधन बताया।वरिष्ठ पत्रकार और ट्रस्टी एन.के. सिंह ने प्रेस क्लब के स्थायी भवन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों से क्लब सक्रिय है, लेकिन आज तक इसका कोई स्थायी भवन नहीं बन पाया।मुख्य सचिव विधानसभा अरविंद शर्मा ने पत्रकारिता को तथ्यों की तपस्या बताते हुए कहा कि निष्पक्ष रिपोर्टिंग ही लोकतंत्र का तापमान संतुलित रखती है। इस अवसर पर विधायक रामेश्वर शर्मा ने पत्रकारों को समाज का आईना बताया और उनकी निष्पक्षता को लोकतंत्र को जीवंत बनाए रखने वाला कारक बताया। विधायक भगवानदास सबनानी ने पत्रकारिता की पारदर्शिता और जनहित में भूमिका की सराहना की। मानव अधिकार आयोग सदस्य अवधेश प्रताप सिंह ने कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है और पत्रकार मानवाधिकारों के प्रहरी हैं।भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने दीपावली का असली संदेश अंधकार मिटाने से जोड़ा और पत्रकार की कलम को वह दीपक बताया जो विचारों के अंधकार को दूर करती है। भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र में मतभेद स्वाभाविक हैं, लेकिन संवाद अनिवार्य है और मीडिया को संतुलित दृष्टिकोण पेश करना चाहिए।प्रेस क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार दास ने क्लब को पत्रकारों का परिवार बताया और प्रदेश के हर जिले में पत्रकारों को साझा मंच एवं सुरक्षा देने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की। प्रदेश अध्यक्ष गोविंद गुर्जर ने स्वागत भाषण में मीडिया और विधायिका के रचनात्मक समन्वय को लोकतंत्र की मजबूती का आधार बताया और क्लब की 55 नई जिला अध्यक्षों की घोषणा की।समारोह के अंत में दीपावली मिलन कार्यक्रम हुआ, जिसमें पत्रकारों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएँ दीं। यह मिलन समारोह केवल उत्सव नहीं, बल्कि विधायिका और पत्रकारिता के बीच विश्वास और सहयोग का प्रतीक बना। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार द्वारा क्लब भवन निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग का वचन पत्रकारिता की आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।कार्यक्रम का संचालन और संयोजन नेशनल को-ऑर्डिनेटर राजेश भाटिया ने किया। उन्होंने कहा, “पत्रकारिता केवल पेशा नहीं, बल्कि समाज के लिए प्रतिबद्धता है। जब विधायिका और मीडिया मिलकर लोकतंत्र के लिए काम करते हैं, तभी समाज में बदलाव और जनहित की वास्तविक अनुभूति होती है। सेंट्रल इंडिया प्रेस क्लब का यह प्रयास पत्रकारों और जन-प्रतिनिधियों के बीच संवाद, सहयोग और आपसी विश्वास की मिसाल है।”