सिवनी मालवा–बानापुरा: अवैध शराब के खिलाफ 34 गांवों का बड़ा आंदोलन

सिवनी मालवा (पवन जाट)

तहसील क्षेत्र में लगातार फैल रही अवैध शराब बिक्री और इसके कारण बिगड़ते सामाजिक माहौल से चिंतित होकर आज सिवनी मालवा–बानापुरा क्षेत्र के 34 गांवों के ग्रामीणों, यदुकुल युवा संगठन, मातृशक्ति और सर्व समाज ने एकजुट होकर तहसील कार्यालय में बड़ा आंदोलन किया। दोपहर 12 बजे बड़ी संख्या में लोगों ने तहसील परिसर पहुँचकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए अवैध शराब पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग की।ग्रामीणों का कहना है कि सिवनी मालवा तहसील के कई गांवों में लम्बे समय से खुलेआम अवैध शराब की बिक्री हो रही है, जिससे समाज में गंभीर समस्याएँ पैदा हो रही हैं। युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है, परिवारों में कलह-झगड़े बढ़ गए हैं और महिलाएँ मानसिक व आर्थिक दोनों तरह से परेशान हैं। कई परिवार कर्ज़ में डूबते जा रहे हैं और स्थानीय माहौल पर इसका नकारात्मक असर पड़ रहा है।यदुकुल युवा संगठन ने इसे समाज के लिए “घातक स्थिति” बताते हुए कहा कि अवैध शराब के कारण युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है और प्रशासन की उदासीनता से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। संगठन ने सख्ती से कार्रवाई करने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाया, तो यह आंदोलन और बड़ा रूप ले सकता है।ज्ञापन में जिन 34 गांवों के ग्रामीणों ने हस्ताक्षर कर कार्रवाई की मांग की, उनमें शामिल हैं—

बाबरी घाट, आइपा, बोरट, अमलाडा डोंगर, भाँगिया, लोधडी, राशी, बनाडा–सहजकुई, बासानियां कीर, भेंसादेह, रमपुरा, उमरिया, ग्वाड़ी, धामनियां, बसानियां कलां, भमेड़ी देव, जीजलवाड़ा, हरपालपुर, रुपादेह, सुरंगी, खपरिया, झिल्लाय, बूंडारा, हथनापुर, भेला–मकड़ाई, घोघरा, थुआ, लुच गांव, पुरा, खारदा, निमनपुर, गाजनपुर, सतवासा और चंदपुरा।

ग्रामीणों ने कहा कि इन गांवों में लोगों ने बैठकें कर यह निर्णय लिया है कि अब किसी भी कीमत पर अवैध शराब को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कहीं भी शराब की गैरकानूनी बिक्री पाई गई, तो ग्रामीण स्वयं मैदान में उतरकर इसका विरोध करेंगे। महिलाओं ने कहा कि शराब के कारण घर की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है, बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है और घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि हुई है।एक अलग ज्ञापन में ग्राम रमपुरा और गाडरिया के ग्रामीणों ने दो व्यक्तियों द्वारा लगातार अवैध शराब बेचने की शिकायत भी दर्ज कराई। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत देने के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने साफ कहा कि यदि प्रशासन इस बार भी निष्क्रिय रहा, तो गाडरिया गांव के लोग आंदोलन शुरू कर देंगे।प्रदर्शन के दौरान लोगों ने लगातार नारे लगाए—

“अवैध शराब बंद कराओ – गांव बचाओ, परिवार बचाओ।”

आंदोलन में मनीष यदुवंशी, सतीश यदुवंशी, राहुल यदुवंशी, गब्बर यदुवंशी, नवनीत यदुवंशी, हरिशंकर यदुवंशी, नरहरि यदुवंशी और संतोष यदुवंशी सहित सर्व समाज के प्रमुख सदस्य मौजूद रहे।ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि इस बार प्रशासन उनकी आवाज सुनेगा और अवैध शराब के खिलाफ ठोस कार्रवाई करेगा।

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