नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में वैश्य समाज की पहल सराहनीय: सिंधिया
स्वच्छता की शुरुआत अपने घर और कार्यालय से करें : सिंधिया
ग्वालियर: किसी भी देश की तरक्की उसकी आधी आबादी के सशक्तिकरण पर निर्भर करती है। जब तक हम महिलाओं को जीवन के सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ाने का कार्य नहीं करेंगे तब तक हम विकास के पूर्ण लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकते। यह बात केंद्रीय दूरसंचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गांधी जयंती के अवसर पर फूलबाग मैदान में वैश्य समाज द्वारा आयोजित स्वच्छता अभियान एवं महिला सुरक्षा जागरूकता रैली को संबोधित करते हुए कही। सिंधिया ने अपने भाषण में देश की 70 करोड़ महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश का विकास महिला सशक्तिकरण से सुनिश्चित होगा और इसकी शुरुआत भारत की वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी से हो चुकी है। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री ने भारत सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं उनके कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चलाई जा रही उज्जवला योजना के अंतर्गत 10 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को सिलेंडर बांटकर उनके घरों में चूल्हा जलाने का काम किया गया। वहीं जन-धन योजना के तहत 40 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खोले गए जिसकी वजह से हमारे प्रदेश की महिलाओं को लाड़ली बहना जैसी योजना का लाभ मिल पा रहा है।
इस मौके पर सिंधिया ने देश की आजादी में वैश्य समाज के महापुरुषों द्वारा दिए गए योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि आज वैश्य समाज देशभर में अपने उद्योग- धंधे और व्यवसाय की बदौलत करोड़ों लोगों को रोजगार मुहैया कराता है, और इस समाज के साथ सिंधिया परिवार का जुड़ाव काफी गहरा है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने समाज द्वारा महिला सुरक्षा की दिशा में लिए गए 5 संकल्पों की प्रशंसा की।
इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत स्वच्छता की शपथ दिलाई। मंत्री ने स्वच्छता पर बोलते हुए कहा कि इसकी शुरुआत सभी लोग अपने घर और कार्यालय से करें। साथ ही महिला सुरक्षा जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आए वैश्य समाज के लोग एवं स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।