-मिट्टी के दीपक पर्यावरण की दृष्टि से उपयुक्त होते हैं, साथ ही इससे स्वरोजगार प्राप्त होता है, स्थानीय हुनर को भी प्रोत्साहन मिलता है
प्रतीक पाठक नर्मदापुरम-
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश अनुसार वोकल फार लोकल को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से नगर पालिका नर्मदापुरम एवं जिला प्रशासन द्वारा एसएनजी ग्राउंड में मिट्टी के दिए बनाकर बेचने वाले, श्रृंगार सामग्री, रंगोली एवं मिट्टी की मूर्तियां बेचने वाले स्थानीय दुकानदारों को निशुल्क स्थान दिया गया है। उल्लेखनीय है की मिट्टी के दिए पर्यावरण की दृष्टि से उपयुक्त होते हैं साथ ही इससे स्थानीय लोगों को स्वरोजगार प्राप्त होता है साथ ही कुम्हार समाज एवं स्व सहायता समूह के साथ ही स्थानीय युवाओं को भी स्वरोजगार प्राप्त होता है। इसके अलावा स्थानीय हुनर को बढ़ावा भी मिलता है। नर्मदापुरम शहर में एसएनजी ग्राउंड में ऐसे ही मिट्टी के दिए एवं बाती, श्रृंगार सामग्री, रंगोली, विभिन्न देवी देवताओं की मिट्टी की मूर्तियां तथा स्थानीय सामग्री से तैयार आइटम तैयार कर बेचने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें निशुल्क स्थान, बिजली, पानी उपलब्ध कराई गई है। एसएनजी ग्राउंड में अपनी मिट्टी के दिए बेचने आई अंजलि प्रजापति अपने मिट्टी के दिए की विशेषताएं बताती हैं। उनका कहना है कि आज भी पूजन में मिट्टी के दिए का अपना महत्व है। वे लोगों को वाजिब दर पर मिट्टी के दिए बेच रही हैं। वही आकाश राठौर 3 वर्ष से एक ही जगह पर दुकान लगा रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी दुकान से लोग तरह-तरह की रंगोली खरीद कर ले जा रहे हैं। आकाश राठौर का कहना है कि इस बार व्यापार का विस्तार हुआ है और लोग उत्साह पूर्वक रंगोली खरीद रहे हैं । इससे उन्हें भी आय प्राप्त हो रही है।
जयप्रकाश कहार मिट्टी से तैयार विभिन्न देवी देवताओं जैसे लक्ष्मी जी गणेश जी माता सरस्वती एवं भगवान शंकर की मूर्तियां लेकर आए हैं, वह कहते हैं कि इस बार प्रशासन द्वारा स्थानीय कार्यक्रम के लिए एवं दुकानदारों के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है। वह प्रशासन को धन्यवाद देते नहीं थकते हैं।