
सिवनी मालवा (पवन जाट)
सिवनी मालवा में भारतीय किसान संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक अनुविभागीय अधिकारी विजय राय की उपस्थिति में संपन्न हुई, जिसमें किसानों की प्रमुख समस्याओं पर नहर विभाग, बिजली विभाग, कृषि विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की गई। किसानों ने कहा कि शासन प्रशासन ने अचानक एक फरमान जारी किया है जिसके तहत अगर कोई किसान सोयाबीन या धान की पराली जलाता है तो उसके खिलाफ एक वर्ष का सश्रम कारावास और रकबे के अनुसार जुर्माने की कार्यवाही होगी, किसानों ने इसे अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा कि जब तक शासन समय पर प्रत्येक किसान को अपने ट्रैक्टर की क्षमता अनुसार नरवाई प्रबंधन के लिए अधिक सब्सिडी पर उपकरण उपलब्ध नहीं कराता तब तक किसानों को पराली जलाने पर दंडित करना उचित नहीं है। किसानों ने नरवाई प्रबंधन हेतु 90 प्रतिशत अनुदान पर कृषि यंत्र आसानी से उपलब्ध कराने की मांग की। साथ ही सिवनी मालवा एवं शिवपुर क्षेत्र में रबी सीजन को ध्यान में रखते हुए 10,000 मीट्रिक टन डीएपी और 10,000 मीट्रिक टन यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की। किसानों ने कहा कि समितियों के माध्यम से ऋण खाते और नगद दोनों तरह से खाद दी जाए तथा टोकन प्रणाली को पूर्ण रूप से बंद किया जाए। किसानों ने यह भी मांग की कि वर्ष 2025-26 के सोयाबीन उपार्जन पंजीयन में जो किसान वंचित रह गए हैं, उनके लिए साइट को शीघ्र पुनः प्रारंभ किया जाए। बिजली विभाग से संबंधित मुद्दों में किसानों ने कहा कि सिवनी मालवा एवं शिवपुर क्षेत्र के सभी कृषि फीडरों पर 7 दिन के अंदर मेंटेनेंस कार्य पूरा किया जाए, तहसील मुख्यालय के सब स्टेशन पर 10 ट्रांसफार्मर हमेशा उपलब्ध रहें और ट्रांसफार्मर लाने-ले जाने का कार्य शासकीय वाहन से किया जाए, किसानों से तेल या अन्य शुल्क न लिया जाए। खराब और जले हुए ट्रांसफार्मर तत्काल बदले जाएं तथा भार वृद्धि की स्थिति में बड़े ट्रांसफार्मर लगाए जाएं। किसानों पर बनाए गए झूठे प्रकरण वापस लिए जाएं और बिना किसान की उपस्थिति और हस्ताक्षर के कोई पंचनामा न बनाया जाए। किसानों ने यह भी कहा कि मनमाने तरीके से दिए जा रहे बिजली बिल मीटर रीडिंग देखकर सही किए जाएं और आगामी कृषि कार्यों को देखते हुए अतिरिक्त स्टाफ की व्यवस्था की जाए। नहर विभाग से किसानों ने मांग की कि सभी नहरों की साफ-सफाई और मरम्मत तत्काल की जाए, जिन स्थानों पर गेट या कुलावे क्षतिग्रस्त हैं वहां सुधार कार्य हो, और नहर के अंतिम छोर तक पानी फुल गेज से पहुंचाया जाए ताकि हर किसान को सिंचाई का लाभ मिल सके। जिन किसानों ने नहर को काटकर पानी लिया है वहां कुलवे लगाकर पानी देने की व्यवस्था की जाए। राजस्व विभाग से किसानों ने मांग की कि सिवनी मालवा और शिवपुर क्षेत्र को सोयाबीन फसल आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया जाए, फोती नामांतरण कार्य को समय सीमा में पूरा किया जाए, सहकारी बैंक की पासबुक में एंट्री की गड़बड़ी दूर की जाए और जिन किसानों को पासबुक नहीं मिली है उन्हें शीघ्र उपलब्ध कराई जाए। किसानों ने यह भी बताया कि कई गांवों में पटवारी द्वारा सोयाबीन की फसल को मक्का दर्शा दिया गया है जिसे तुरंत सुधार कर वास्तविक फसल दर्ज की जाए। बैठक में मुख्य रूप से ओमप्रकाश उपाध्याय, जगदीश पाटिल, सूरज बली जाट, मंगल सिंह राजपूत, शंकर सिंह पटेल, ब्रजकिशोर पटेल, गुलाब सिंह लौवंशी, राधाकृष्ण मालवीय, रामेश्वर जाट, अशोक रघुवंशी, अल्ताफ लौवंशी, सोनू भदौरिया, नितेश भारद्वाज, पवन वडकुड, राकेश राठौर, रामकिशोर जाट, दीपक रघुवंशी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे। किसानों ने प्रशासन से उम्मीद जताई कि उनकी मांगों पर शीघ्र ठोस कार्रवाई की जाएगी।