नगर पालिका परिषद छतरपुर में करोड़ों रुपए का फर्जी भुगतान: कागजों में बने प्रधानमंत्री आवास योजना के हजारों आवास.

पंकज पाराशर छतरपुर
मध्य प्रदेश में लगातार एक से एक बड़े घोटाले निकलकर सामने आ रहे, घोटालों का दाग लगने के कारण सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे हैं l मध्य प्रदेश के कई अलग अलग जिलों में करोड़ों रुपए के घोटाले अभी तक उजागर हो चुके हैं l
सागर संभाग में अभी तक का सबसे बड़ा घोटाला छतरपुर जिले से नगर पालिका परिषद छतरपुर में निकलकर सामने आया है l कई उच्च स्तरीय जांचों में पाया गया है कि नगर पालिका परिषद छतरपुर में कई सैकड़ा आवास के नाम पर करोड़ों रुपए का फर्जी भुगतान किया गया है l प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत हितग्राहियों के नाम पर अधिकारियों ने राशि निकाल ली, जब इसकी जांच हुई तो अधिकारियों को मौके पर ना तो कोई भवन बना मिला और ना ही किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य मिल रहा है l आखिर इतनी बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री आवास कहां चोरी हो गए l
करोड़ों रुपए के फर्जी भुगतान की शिकायत की गई थी, मध्य प्रदेश शासन ने शिकायतों पर संज्ञान लेकर उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की और जांच कमेटी ने पाया कि नगर पालिका परिषद छतरपुर के अंतर्गत कई सैकड़ा प्रधानमंत्री आवास बनाए गए यह ना तो जमीन पर मिल रहे हैं व उनके नाम पर भुगतान कर लिया गया l बहुतसा भुगतान अधिकारियों के द्वारा निकाल लिया गया, जिस कारण सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है l वर्तमान सीएमओ माधुरी शर्मा की कार्यशाली खटखरे की श्रेणी में है । नगर पालिका परिषद छतरपुर में खुले आम लूट मची है। फर्जी काम दर्शाकर भुगतान किया जा रहा है।
जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट नगरीय प्रशासन व विकास विभाग मध्य प्रदेश शासन भोपाल को भेजी प्रमुख सचिव व आयुक्त के द्वारा आदेश जारी किए गए कि सीएमओ और संबंधित उपयंत्री जिन्होंने डीपीआर तैयार की, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करें एवं उनसे शासन की राशि की वसूली की जाएगी l

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