प्रतीक पाठक, नर्मदापुरम
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सोनिया मीना ने सोमवार को निर्वाचन व्यय एवं प्रवर्तन एजेंसियों की बैठक में निर्देश दिये कि सभी अधिकारीगण एवं एजेंसी गंभीरता पूर्वक चुनाव आयोग के द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करें। चुनाव के सुचारू संचालन के लिये बनाई गई एसएसटी एफएसटी अपने सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन गंभीरता से करे। जिला आबकारी अधिकारी, आरटीओ, वन विभाग के अधिकारी, एफजीएसटी, एलडीएम, एवं पुलिस विभाग निर्वाचन के दौरान की जाने वाली गतिविधियों का संचालन गंभीरतापूर्वक करे।
पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह ने कहा कि निर्वाचन के सुचारू संचालन के लिए जिन अधिकारियों को चेकिंग के पावर है वे वहां अनिवार्य रूप से चेकिंग करे। जहा पुलिस की आवश्यकता है वहां पुलिस की मदद अवश्य लें। उन्होंने कहा कि एसएसटी, एफएसटी ग्रुप को स्पष्ट निर्देश दिये गये है कि वे किसी भी परिसर में प्रवेश करके कार्यवाही नहीं करे नियमानुसार संबंधित एजंसी को कार्यवाही के लिए सूचित करे।
जिला आबकारी अधिकारी ने अवगत कराया कि जिले में 62 मदिरा दुकाने संचालित है। सभी दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हे। पचमढ़ी एवं इटारसी के बार लाइसेंस प्राप्त प्रतिष्ठान रात्रि 11:30 बजे एवं अन्य स्थानों की दुकानें रात्रि 11 बजे बंद होती है। लोकसभा निर्वाचन के दौरान विभाग के द्वारा कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया है कि चार दल गठित किये गये है। जिले में एक भी दुकान संवेदनशील नहीं है। जिला परिवहन अधिकारी ने बताया है कि सभी बस ऑपरेटर्स की बैठक लेकर उन्हें समझाइश दी जाएगी कि वे किसी भी संदिग्ध चीज का परिवहन न करे।
कलेक्टर ने बैठक में निर्वाचन व्ययों पर प्रभावी निगरानी के निर्देश दिए, आरटीओ चेक पोस्ट, बॉर्डर चैक पोस्ट पर वाहनों की संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने सार्वजनिक सभाओं, रैलियों, पोस्टरों, बैनरों, वाहनों पर हो रहे खर्च की भी सतत मॉनिटरिंग करनें के निर्देश दिये। उन्होंने नकदी, शराब, वस्त्र, जेवरात आदि के परिवहन पर सतत निगरानी रखने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि सभी बैंक संदेहास्पद लेनदेन की सूचना देंगे। आयकर विभाग ऐसी शिकायतों को प्राप्त करनें के लिए टोल फ्री नंबर जारी करेगा तथा नियंत्रण कक्ष स्थापित करेगा जो 24 घंटे कार्यरत रहेंगे। वन विभाग की निर्वाचन में महत्वपूर्ण भूमिका है। अत: वन विभाग सुदूर वन क्षेत्रों में मादक पदार्थों के भंडारण पर निगरानी रखते हुए कार्यवाही सुनिश्चित करेगा। नारकोटिक्स विभाग भी अपने सौपे गये कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करेगा।