30,000 करोड़ के शेयर बेचने की तैयारी में अडानी, देश के दूसरे बड़े रईस के सामने क्यों आई यह नौबत?

नई दिल्ली: देश के तीसरे सबसे बड़े औद्योगिक घराने अडानी ग्रुप के प्रमोटर अगले नौ महीनों में ₹30,000 करोड़ के शेयर बेचने की योजना बना रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अडानी परिवार लिस्टेड कंपनियों में अपने पोर्टफोलियो को नए सिरे से बैलेंस करना चाहता है। इसके तहत कुछ लिस्टेड फर्मों में हिस्सेदारी कम की जाएगी जबकि कुछ में स्टेक बढ़ाया जाएगा। प्रमोटर परिवार हर कंपनी में 64 से 68% हिस्सेदारी रखना चाहता है। हिस्सेदारी बिक्री की शुरुआत अंबुजा सीमेंट और अडानी पावर से होगी जबकि अडानी ग्रीन एनर्जी में हिस्सेदारी बढ़ाई जाएगी। अडानी परिवार अगले दशक में अपनी कंपनियों का शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर अमेरिका की बड़ी लिस्टेड कंपनियों की तरह करना चाहता है। इनमें म्यूचुअल फंड के अलावा रिटेल और लॉन्ग-ओनली शेयरहोल्डर का मिक्स होगा।

हिंडनबर्ग का डंक

पिछले साल जनवरी में अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाया था। अडानी ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया था लेकिन इस कारण ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई और एक समय उसका मार्केट कैप $150 अरब तक गिर गया था। इन आरोपों के बाद अडानी एंटरप्राइजेज ने भी अपना ₹20,000 करोड़ का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर रद्द कर दिया था। लेकिन तबसे ग्रुप की कंपनियों ने काफी हद तक अपने नुकसान की भरपाई कर ली है।

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