
भोपाल, 7 दिसंबर 2025।
पर्यटन नगरी ओरछा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए सरकार अब मिशन मोड में काम कर रही है। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन रविवार को ओरछा पहुंचे, जहां उन्होंने शहर में चल रही विभिन्न विकास एवं निर्माण परियोजनाओं का विस्तृत निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने संबंधित विभागों और निर्माण एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्य तय समय-सीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे हों, ताकि ओरछा को विश्वस्तरीय पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित करने का लक्ष्य समय पर हासिल किया जा सके।निरीक्षण के दौरान उन्होंने भगवान श्रीराम राजा सरकार के दर्शन किए और शहर के आर्थिक- सामाजिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए ओरछा का एक इंटीग्रेटेड मास्टर प्लान तैयार करने को कहा। उनका जोर इस बात पर था कि विकास कार्यों में आधुनिकता और परंपरा दोनों का संतुलन बना रहे, ताकि पर्यटन के साथ स्थानीय संस्कृति और इतिहास को भी संरक्षण मिले।मुख्य सचिव ने जुझार महल, हरदौल वाटिका और राय प्रवीण महल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वेंडर ज़ोन का निर्माण ऐसा हो कि पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और शहर की भीड़भाड़ को व्यवस्थित किया जा सके। साथ ही उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र की समृद्ध लोक-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बुंदेलखंड सांस्कृतिक महोत्सव आयोजित करने की कार्ययोजना जल्द प्रस्तुत करने को कहा।आर्कियोलॉजिकल पार्क में निरीक्षण के दौरान उन्होंने धरोहर संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि ओरछा की ऐतिहासिक इमारतें हमारी सांस्कृतिक पहचान हैं, इसलिए इनके संरक्षण और रखरखाव में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जहांगीर महल और तुलसी घाट के अवलोकन के बाद उन्होंने सभी संरक्षित भवनों की स्थिति, पर्यटक सुविधाओं, सुरक्षा व्यवस्था और आवश्यक मरम्मत कार्यों की पूर्ण समीक्षा की।मुख्य सचिव ने पीपीपी मोड पर चल रही परियोजनाओं में स्थानीय नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पर्यटन विकास के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार और आजीविका के नए अवसर मिलने चाहिए। इसी दिशा में उन्होंने कंचना घाट पर संचालित पिंक टॉयलेट के संचालन की जिम्मेदारी स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूह को देने के निर्देश दिए।बेतवा नदी पर बन रहे नए ब्रिज और कंचना घाट के विकास कार्यों की प्रगति की जांच करते हुए उन्होंने साफ कहा कि सभी निर्माण कार्य समय पर पूरे हों, क्योंकि आने वाला पर्यटन सीजन ओरछा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने शहर के होटलों की स्टार रेटिंग कराए जाने, एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने और जुझार सिंह महल को बुंदेलखंड सांस्कृतिक केंद्र की तर्ज पर विकसित करने पर भी जोर दिया।इसके अलावा, उन्होंने बुंदेलखंड की कला, पेंटिंग और टेराकोटा उत्पादों की ब्रांडिंग और ऑनलाइन मार्केटिंग को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठाने को कहा, जिससे स्थानीय कलाकारों और शिल्पकारों को बड़ा मंच मिल सके।बैठक में जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग के अधिकारी और प्रोजेक्ट से जुड़े कंसल्टेंट मौजूद रहे। मुख्य सचिव ने कहा कि वर्तमान में आने वाले पर्यटकों की संख्या और भविष्य की संभावनाओं का विश्लेषण कर योजनाएँ बनाई जाएँ, ताकि ओरछा को एक मॉडल पर्यटन शहर के रूप में विकसित किया जा सके।ओरछा के लिए सरकार की यह सक्रियता साफ संकेत देती है कि आने वाले समय में यह ऐतिहासिक नगरी मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पर्यटन आकर्षण बनने की ओर तेजी से बढ़ रही है।
