सिवनी मालवा (पवन जाट)
ग्राम बराखड़ से एक दिल छू लेने वाली खबर सामने आई है। यहाँ नदी में फंसी एक गौमाता को गौभक्तों ने अपनी जान की परवाह किए बिना बचा लिया।जानकारी के मुताबिक, सिवनी मालवा में जनसहयोग से बन रही गौमाता के मंदिर यानी गौशाला से जुड़े दो गौसेवक — कन्हैया बाथव और आकाश यादव को पता चला कि बराखड़ की नदी में एक गाय पिछले 24 घंटे से फंसी हुई है और बाहर नहीं निकल पा रही।सूचना मिलते ही दोनों गौभक्त बिना देर किए अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। नदी में पानी और कीचड़ होने के बावजूद टीम ने करीब एक घंटे की मेहनत और कोशिशों के बाद गाय को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।ग्राम के निवासी अंकित तिवारी ने बताया कि गौशाला के गौभक्त जिस तरह से सेवा कार्य कर रहे हैं, वह सच में समाज के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को ऐसे कार्यों में शारीरिक और आर्थिक सहयोग देना चाहिए, ताकि गौमाता की सेवा और सुरक्षा का काम लगातार आगे बढ़ सके।स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना सिर्फ एक बचाव नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं और गौसेवा के प्रति बढ़ती जागरूकता का प्रतीक है।आज जब समाज में संवेदनाएँ कम होती जा रही हैं, ऐसे में गौभक्तों का यह प्रयास दिखाता है कि सेवा और करुणा ही इंसानियत की सच्ची पहचान है।