प्रतीक पाठक, नर्मदापुरम
शहर के नर्मदा महाविद्यालय में महिला अतिथि विद्वान को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। महिला अतिथि प्रोफेसर मंजुला भुमरकर ने महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ओ एन चौबे एवं यी एस आर्य की शिकायत थाना कोतवाली सहित पुलिस अधीक्षक और महिला थाने में की है। उन्होंने शिकायत में बताया कि 6 महीने से उन्हें वेतन नहीं दिया गया। जबकि अवकाश के बाद भी वेतन हर विभाग, हर कार्यालय में कार्य करने वाली महिलाओं को दिया जाता है। लेकिन इसका लाभ मुझे नहीं दिया गया।इसके चलते महिला प्रोफेसर ने 6 महीने के वेतन के लिए प्राचार्य से निवेदन किया था। प्राचार्य कुछ समय तक तो प्रोफेसर के साथ टालमटोली करते हुए अभद्र व्यवहार करते रहे। प्राचार्य चीचे ने 6 महीने की तनख्वाह तक नहीं दिलाई। वे कह रहे हैं कि अभी बजट नहीं है। जिसके कारण उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अत्यधिक खराब हो गई है। इस पूर मामले की शिकायत महिला अतिथि शिक्षक ने संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर पुलिस विभाग, अनुसूचित जाति जनजाति महिला थाने में की गई है।20 दिन हो गए ज्वाइन किए, अभी तक नहीं मिला मानदेय महिला प्रोफेसर ने बताया कि मुझे अभी तक मानदेय नहीं मिला है। मैंने उनसे इस बारे में बात की तो उन्होंने मेरे साथ बदतमीजी की और चैंबर से मुझे निकाल दिया। मेरे साथ अप शब्दों का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि तुमने ड्यूटी नहीं की। मुझे चेंबर से बाहर निकाल दिया। इससे मेरे मान सम्मान को काफी ठेस पहुंची है। यह मुझे प्रताडति करते हैं। मुझसे कहते हैं कि आप जल्दी चलीं जाती हैं। इसके साथ ही 6 महीने की मेरी छुट्टी थी उसका मानदेय मुझे नहीं दिया गया। मेरा बच्चा अभी छोटा है। मुझे 20 दिन ज्वाइन किए हो गए लेकिन अभी तक मुझे राशि नहीं दी गई।कार्यवाही नहीं हुई तो सीएम से करूंगी शिकायत अतिथि विद्वान ने बताया कि प्राचार्य कहते हैं कि अभी बजट नहीं है और इस तरह कई बहाने बाजी की जा रही है। इसके साथ ही मेरे साथ जाति सूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया। इसकी शिकायत मैंने सिटी थाना और महिला अनुसूचित जाति जनजाति थाने में की है। उनका कहना है कि प्राचार्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तो इस मामले को लेकर मैं मुख्यमंत्री के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों के पास पहुंचकर कार्रवाई की मांग करूंगी।मुझे प्राचार्य ओ एन चौबे एवं बी एस आर्य द्वारा मुझे विगत काफी समय से जाति सूचक अपशब्दों का प्रयोग कर प्रताड़ित किया जा रहा है मेरे द्वारा उन्हें काफी समझाया भी गया लेकिन उनके व्यवहार में कोई अंतर नहीं आया है जिसकी प्रताड़ना से मैं मानसिक रूप से काफी परेशान हूँ इनके द्वारा लगातार रोज किसी न किसी बात पर बेवजह मुझे सभी के सामने बेज्जत किया जाता है। जिससे मैं मेरे कार्यस्थल पर बहुत अपमानित होती है इनकी प्रताड़ना से तंग आकर मैंनें पुलिसअधिकारी – एस पी, के अलावा महिला थाना और अजाक थाना सहित वरिष्ट अधिकारी को लिखित रूप से कि गई है उचित कार्यवाही चाहती हूँ।