
नर्मदापुरम (प्रतीक पाठक)
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वाधान में कायस्थ समाज के पदाधिकारियों और मातृशक्ति ने चित्रगुप्त मंदिर में भगवान चित्रगुप्त और कलम-दवात की विधिवत पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर भगवान चित्रगुप्त के विषय में सभी ने अपने विचार रखे।मुख्य जजमान के रूप में प्रखर समाजसेवी अश्वनी वर्मा एवं उनकी धर्मपत्नी रश्मि वर्मा (वरिष्ठ महिला विकास अधिकारी) को बनाया गया। पूजा-अर्चना, हवन एवं पूजन-पाठ का कार्य विद्वान पंडित दीपक पाठक द्वारा संपन्न कराया गया। कथा-पोथी का वाचन भी किया गया और भगवान चित्रगुप्त के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी गई।कार्यक्रम में राजेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, अश्विनी वर्मा, अभय वर्मा, मनोज वर्मा, आशीष श्रीवास्तव, सी.बी. खरे, केशव देव वर्मा, माधवदेव वर्मा, विजय वर्मा, अशोक वर्मा, सुरेंद्र वर्मा, हेमंत श्रीवास्तव, अभय प्रकाश श्रीवास्तव, प्रत्यक्ष खरे, रावत प्रसाद, आदित्य, ज्योति वर्मा, मंजू श्रीवास्तव, प्रीति खरे, सुमन वर्मा, रश्मि वर्मा, गुनगुन खरे, अदिति वर्मा, ऊषा वर्मा, ईरा वर्मा, पावनी वर्मा, रश्मि सक्सेना, अनीता वर्मा, शीतल श्रीवास्तव, सारिका सक्सेना, रीना श्रीवास्तव सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता और श्रद्धालु उपस्थित रहे।चित्रगुप्त मंदिर लगभग 100 वर्ष पुराना है, जहां पिछले 70 से 80 वर्षों से भगवान चित्रगुप्त की प्रतिमा की पूजा की जा रही है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भाई दूज के अवसर पर विशेष रूप से भगवान चित्रगुप्त और कलम-दवात की पूजा की जाती है तथा प्रसाद वितरण किया जाता है। कायस्थ समाज के साथ अन्य समाजों के लोग भी बड़ी संख्या में इस आयोजन में शामिल हुए। समय-समय पर यहां विभिन्न धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है।