सिवनी मालवा (पवन जाट)
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के जी-टाइप सरकारी बंगले पर दो साल से कब्जा जमाए बैठे पटवारी महेंद्र मेहरा पर आखिर कब कार्रवाई होगी, यह अब बड़ा सवाल बन गया है। विभाग के बार-बार पत्र लिखने और शिकायतें करने के बावजूद न तो प्रशासन ने कोई सख्त कदम उठाया और न ही बंगला खाली कराया गया।जानकारी के मुताबिक, दो साल पहले तत्कालीन एसडीएम ने यह बंगला नायब तहसीलदार शक्ति सिंह तोमर को आवंटित किया था। लेकिन उस समय से ही पटवारी महेंद्र मेहरा ने बंगले पर अनाधिकृत कब्जा कर रखा है। पीडब्ल्यूडी ने इस संबंध में कई बार तहसीलदार, एसडीएम और वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजे, मगर सभी प्रयास बेअसर रहे।मामले के तूल पकड़ने पर तत्कालीन एसडीएम सरोज परिहार ने यह बंगला प्रशिक्षु अपर कलेक्टर जय सोलंकी के नाम पर आवंटित किया। लेकिन जय सोलंकी रेस्ट हाउस में रहने लगे, जबकि बंगला अब भी पटवारी के कब्जे में ही है।लोक निर्माण विभाग ने हाल ही में चौथी बार पत्र जारी कर लिखा है कि बंगले का दो साल का बाजार मूल्य ₹5000 प्रति माह के हिसाब से वसूला जाए और मकान तुरंत खाली कराया जाए। इसके बावजूद 24 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।शहर में अब चर्चा है कि पटवारी महेंद्र मेहरा किसी प्रभावशाली नेता के संरक्षण में हैं, तभी अफसरों के आदेश भी उन पर असर नहीं दिखा पा रहे। हालांकि, अब तत्कालीन एसडीएम विजय राय ने मकान खाली कराने के निर्देश दिए हैं। देखना यह होगा कि क्या इस बार प्रशासन वाकई कार्रवाई करता है या मामला फिर फाइलों में दबकर रह जाएगा।