-पंकज पाराशर छतरपुर
मध्य प्रदेश में लगातार एक से एक बड़े घोटाले निकलकर सामने आ रहे, घोटालों का दाग लगने के कारण सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे हैं l मध्य प्रदेश के कई अलग अलग जिलों में करोड़ों रुपए के घोटाले अभी तक उजागर हो चुके हैं l सागर संभाग में अभी तक का सबसे बड़ा घोटाला छतरपुर जिले से नगर पालिका परिषद महाराजपुर में निकलकर सामने आया है l कई उच्च स्तरीय जांचों में पाया गया है कि नगर पालिका परिषद महाराजपुर में कई सैकड़ा आवास के नाम पर करोड़ों रुपए का फर्जी भुगतान किया गया है l महाराजपुर में आवास घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव बेहद नाराज हैं, उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं ।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत हितग्राहियों के नाम पर अधिकारियों ने राशि निकाल ली, जब इसकी जांच हुई तो अधिकारियों को मौके पर ना तो कोई भवन बना मिला और ना ही किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य मिल रहा है l आखिर इतनी बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री आवास कहां चोरी हो गए l
हजारों लोगों ने नगर पालिका परिषद महाराजपुर की करोड़ों रुपए के फर्जी भुगतान की शिकायत की गई थी, मध्य प्रदेश शासन ने शिकायतों पर संज्ञान लेकर उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की और जांच कमेटी ने पाया कि नगर पालिका परिषद महाराजपुर के अंतर्गत कई सैकड़ा प्रधानमंत्री आवास बनाए गए यह ना तो जमीन पर मिल रहे हैं व उनके नाम पर भुगतान कर लिया गया l बहुतसा भुगतान अधिकारियों के द्वारा निकाल लिया गया, जिस कारण सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है l जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट नगरीय प्रशासन व विकास विभाग मध्य प्रदेश शासन भोपाल को भेजी प्रमुख सचिव व आयुक्त के द्वारा आदेश जारी किए गए कि सीएमओ विवेक नारायण मिश्रा और संबंधित अधिकारी जिन्होंने डीपीआर तैयार की, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करें एवं उनसे शासन की राशि की वसूली की जाएगी l इतना ही नहीं सीएमओ विवेक नारायण मिश्रा द्वारा ठेकेदारों से भुगतान के नाम पर अवैध वसूली की जा रही हैं, नगर पालिका परिषद महाराजपुर से जनता को योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। यहां पदस्थ सीएमओ विवेक नारायण मिश्रा के 1 वर्ष ही बचे हैं, जिसको देखकर वह स्वयं वसूली का जबर्दस्त अभियान चला रहे है।
बुंदेलखंड में आवास घोटाला, सीएमओ विवेक नारायण मिश्रा पर होगी एफआईआर: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिए जांच के आदेश
