नर्मदापुरम जिले में राजस्व महा अभियान 3.0 के तहत ऐतिहासिक सीमांकन संपन्न हुआ लंबे समय से विवादित 60 एकड़ भूमि का सफलता पूर्वक सीमांकन हुआ

प्रतीक पाठक नर्मदापुरम –

जिले में राजस्व महाअभियान 3.0 के तहत एक ऐतिहासिक सीमांकन संपन्न हुआ। नर्मदापुरम जिले के ग्राम रायपुर में लंबे समय से विवादित 60 एकड़ भूमि का सीमांकन राजस्व अमले द्वारा सफलतापूर्वक किया गया। सीमांकन कार्य के लिए गठित विशेष दल ने अथक प्रयास कर आवेदक श्री राकेश फौजदार एवं श्री कपिल फौजदार के सहयोग से सफलतापूर्वक सीमांकन का कार्य किया। सीमांकन का कार्य राजस्व महाअभियान 3.0 के तहत जिले का अब तक का सबसे बड़ा 60 एकड़ के रकबा के सीमांकन का माना जा रहा है। इस चुनौती पूर्ण कार्य को अंजाम देने के लिए अनुविभागीय अधिकारी नर्मदा पुरम ग्रामीण के निर्देश में विशेष दल का गठन किया गया था। जिसमें तहसीलदार दिव्यांशु नामदेव, नायब तहसीलदार श्रीमती दीप्ति चौधरी, दल प्रभारी श्री दिनेश प्रधान, आर आई श्री संतोष मंडलोई, पटवारी एवं टीएसएम मशीन ऑपरेटर श्री सिराज मंसूरी खान के प्रयासों से सीमांकन का कार्य संपन्न हुआ।

उल्लेखनीय की आवेदक श्री राकेश फौजदार और श्री कपिल फौजदार ने सीमांकन कार्य करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था। आवेदक श्री राकेश फौजदार एवं श्री कपिल फौजदार ने सीमांकन प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग देकर कार्य को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उल्लेखनीय है कि 60 एकड़ भूमि का रकबा सबसे विवादित रकबा था। जिसके सीमांकन के लिए टीएसएम तकनीक का उपयोग किया गया। सीमांकन कार्य में उच्चतम सटीकता सुनिश्चित करने के लिए टीएस एम मशीन का कुशलता पूर्वक उपयोग किया गया। सीमांकन से जुड़े विवादों का निपटारा होने से रायपुर के ग्रामीणों में भी खुशी और संतोष का माहौल है। संयुक्त कलेक्टर श्री अनिल जैन ने बताया कि यह सीमांकन कार्य अपने आप में एक चुनौती था। जिसमें सटीक मापन, सही दस्तावेजों का मिलान और तकनीकी दक्षता की आवश्यकता थी। सीमांकन दल और आवेदकों ने कठिन भूभाग और अन्य चुनौतियों के बावजूद अत्यधिक समर्पण और सहयोग के साथ इस जटिल कार्य को संपन्न कराया। यह कार्य केवल नर्मदा पुरम जिले में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है।

राजस्व महा अभियान 3.0 के तहत इस तरह के बड़े और विवादित रकबो के समाधान ने प्रशासन की क्षमता और दक्षता को भी उजागर किया है। जिला प्रशासन और अनुविभागीय अधिकारी के इस कार्य में शामिल सभी अधिकारियों और कर्मचारियों और आवेदकों श्री राकेश फौजदार एवं श्री कपिल फौजदार की सराहना की जिन्होंने इस ऐतिहासिक कार्य में अपना सहयोग प्रदान किया जो इस कार्य को संपन्न कराने में एक अहम कड़ी साबित हुए। नर्मदापुरम का यह ऐतिहासिक सीमांकन कार्य राजस्व प्रशासन और आवेदकों के सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण बन गया है। जिसकी चारों ओर सराहना की जा रही है।

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