नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एम्मार इंडिया लिमिटेड और एमजीएफ डेवलपमेंट्स लिमिटेड की 401 एकड़ से अधिक जमीन को जब्त कर लिया है। इसकी कीमत करीब 834 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इनमें से 501.13 करोड़ रुपये की जमीन एम्मार की है जबकि बाकी 332.69 करोड़ रुपये की एमजीएफ डेवलपमेंट्स की है। ये जमीन हरियाणा के गुरुग्राम जिले और दिल्ली के 20 गांवों में है। ईडी गुरुग्राम के सेक्टर-65 और 66 में रेजिडेंशियल प्लॉटेड कॉलोनियों के विकास के लिए हरियाणा के नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग (TDCP) से प्राप्त लाइसेंस से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एम्मार इंडिया और एमजीएफ डेवलपमेंट्स की जांच कर रही है। इसी मामले में ईडी ने जुलाई में गुड़गांव में एम3एम इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड की 300 करोड़ रुपये की जमीन जब्त की थी। इस तरह ईडी इस मामले में अब तक 1,134 करोड़ रुपये की जमीन जब्त कर चुकी है।
क्या है मामला
हरियाणा सरकार ने जून 2009 में गुरुग्राम में सेक्टर 58 से 63 और 65 से 67 तक की 1417.07 एकड़ भूमि पर एलए अधिनियम की धारा 4 के तहत अधिसूचना जारी की थी। इसके बाद, 31 मई, 2010 को 1417.07 एकड़ भूमि में से लगभग 850.10 एकड़ भूमि पर धारा 6 के तहत अधिसूचना लागू की गई। अप्रैल 2009 में, एम्मार प्रॉपर्टीज पीजेएससी, दुबई और एमजीएफ डेवलपमेंट्स लिमिटेड के जॉइंट वेंचर यानी एम्मार एमजीएफ लैंड ने गुरुग्राम के सेक्टर 65 और 66 में आवासीय प्लॉटेड कॉलोनी विकसित करने के लिए लाइसेंस प्राप्त करने हेतु 112.46 एकड़ के लिए LC-1 आवेदन किया था। इसके बाद, धारा 4 के तहत अधिसूचित 70.406 एकड़ भूमि को डीटीसीपी द्वारा अधिग्रहण की कार्यवाही से मुक्त कर दिया गया था और हरियाणा सरकार की आंतरिक सहमति के बाद मई 2010 में कंपनी को 108.006 एकड़ भूमि के लिए LOI प्रदान किया गया था।