आवलीघाट पुल की स्थिति चिंताजनक, जगह-जगह गड्ढों से बढ़ी परेशानी

सिवनी मालवा (पवन जाट)

आवलीघाट पुल इन दिनों अपनी जर्जर हालत को लेकर चर्चा में है। कारण कोई नया निर्माण कार्य नहीं, बल्कि पुल की सतह पर लगातार उभरते गड्ढे और उनमें से बाहर झांकती लोहे की रॉड हैं, जो इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों और राहगीरों के लिए गंभीर खतरा बन चुकी हैं। पुल से गुजरना अब सामान्य यात्रा नहीं रह गया है, बल्कि सावधानी और संतुलन की कठिन परीक्षा बनता जा रहा है। आवलीघाट पुल इस क्षेत्र का एक अत्यंत महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग है, जिससे सिवनी मालवा तहसील के अनेक गांवों के साथ-साथ हरदा जिले के लोग भी सलकनपुर होते हुए भोपाल की ओर आवागमन करते हैं। धार्मिक यात्राओं से लेकर रोजमर्रा के कार्य, व्यापार, शिक्षा और उपचार तक, हजारों लोग प्रतिदिन इसी पुल पर निर्भर हैं, ऐसे में पुल की मौजूदा स्थिति यात्रियों को हर पल सतर्क रहने का संकेत दे रही है। पुल की सतह पर बने गड्ढों के कारण वाहन चालकों को अपनी गति स्वयं नियंत्रित करनी पड़ रही है। दोपहिया वाहन चालक हर कदम पर संतुलन बनाते नजर आते हैं, वहीं चारपहिया वाहन चालक वाहन को इस प्रकार निकालते हैं मानो किसी बाधा दौड़ से गुजर रहे हों। पुल से बाहर निकली लोहे की रॉड उसकी मजबूती पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है। रात के समय पुल से गुजरना और भी जोखिम भरा हो जाता है। हेडलाइट की सीमित रोशनी में अचानक सामने आने वाले गड्ढे दुर्घटना की आशंका को बढ़ा देते हैं, जबकि भारी वाहनों के गुजरने पर महसूस होने वाला कंपन यात्रियों की चिंता को और गहरा कर देता है। आवलीघाट पुल ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच आवागमन की एक अहम कड़ी है, जिस पर विद्यार्थी, कर्मचारी, व्यापारी और मरीज समान रूप से निर्भर हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मौजूदा हालात में सावधानी ही सबसे बड़ा सहारा है। धीमी गति से वाहन चलाना, पर्याप्त दूरी बनाए रखना और पूरी सतर्कता बरतना अब इस पुल से सुरक्षित गुजरने का मूल मंत्र बन चुका है। फिलहाल पुल से आवागमन जारी है और लोग उम्मीद लगाए हुए हैं कि आने वाले समय में पुल की स्थिति में सुधार होगा और सफर फिर से सहज एवं सुरक्षित बन सकेगा। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि आवलीघाट पुल का तत्काल तकनीकी निरीक्षण कराया जाए और गुणवत्तापूर्ण मरम्मत कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाए। साथ ही मरम्मत पूर्ण होने तक पुल पर चेतावनी संकेतक, बैरिकेडिंग और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। अब बड़ा सवाल यह है कि जिम्मेदार विभाग कब तक इस गंभीर समस्या की अनदेखी करता रहेगा। यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आवलीघाट पुल किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है, जिसकी भरपाई संभव नहीं होगी।

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