भोपाल में लोकायुक्त का बड़ा छापा — PWD के पूर्व अधिकारी के यहां करोड़ों की संपत्ति

प्रतीक पाठक /नर्मदापुरम 

लोक निर्माण विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी गोविंद प्रसाद मेहरा के ठिकानों पर शुक्रवार सुबह लोकायुक्त पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। कार्रवाई में 3 करोड़ का सोना, 17 टन शहद, लग्जरी वाहन, नकदी और करोड़ों की संपत्ति बरामद हुई है।चार ठिकानों पर एक साथ छापे मारे गए — मणिपुरम कॉलोनी और बावड़िया कला स्थित बंगले, गोविंदपुरा की K.T. इंडस्ट्रीज फैक्ट्री और नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर तहसील के ग्राम सैनी स्थित फार्महाउस पर दबिश दी गई।ग्राम सैनी स्थित फार्महाउस से लोकायुक्त टीम को 17 टन शहद, कृषि भूमि के दस्तावेज, 6 ट्रैक्टर, 32 निर्माणाधीन कॉटेज, 7 तैयार कॉटेज, 2 मछली पालन केंद्र, 2 गौशालाएं और महंगे कृषि उपकरण मिले। मेहरा परिवार के नाम पर चार लग्जरी कारें फोर्ड एंडेवर, स्कोडा स्लाविया, किया सोनेट और मारुति सियाज रजिस्टर्ड पाई गईं।गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित K.T. इंडस्ट्रीज से 1.25 लाख नकद, संपत्ति के कागजात और फैक्ट्री के अहम दस्तावेज जब्त किए गए। यह फैक्ट्री मेहरा के बेटे रोहित मेहरा और कैलाश नायक के नाम पर पंजीकृत है।लोकायुक्त एसपी दुर्गेश राठौर ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मेहरा द्वारा भोपाल, नर्मदापुरम और सोहागपुर में करोड़ों की नामी-बेनामी संपत्तियां खरीदे जाने की पुष्टि हुई है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 13(2) सहपठित 13(1)(बी) के तहत केस दर्ज किया गया है।गोविंद प्रसाद मेहरा मूलतः नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर तहसील के ग्राम सैनी के निवासी हैं। कठिन परिस्थितियों में जीवन शुरू कर उन्होंने विभाग में ऊंचा पद हासिल किया, लेकिन अब उन्हीं के ठिकानों से बेहिसाब संपत्ति और शहद के टैंक निकल रहे हैं।लोकायुक्त टीम अब मेहरा की आय के स्रोत, संपत्तियों के मूल्यांकन और बैंक खातों की जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।

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