सिवनी मालवा (पवन जाट)
सिवनी मालवा क्षेत्र में रविवार को किसानों की एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें क्षेत्र के विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में किसानों ने भावांतर योजना, राहत राशि वितरण, फसल बीमा और खाद की आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की।बैठक में किसानों ने भावांतर योजना का विरोध करते हुए कहा कि यह योजना किसानों के हित में नहीं है। उनका कहना था कि राज्य सरकार योजना के तहत केवल मॉडल मूल्य और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के बीच का अंतर देती है, जिससे किसानों को MSP का वास्तविक लाभ नहीं मिल पाता। किसानों ने इस योजना को किसानों की आय पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाला बताया।भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष पटवारे ने जानकारी दी कि 7 अक्टूबर को सभी किसान साथी तवा कॉलोनी से पैदल यात्रा और वाहन रैली के माध्यम से विधायक निवास तक पहुंचेंगे। रैली के दौरान विधायक से किसानों की समस्याओं और मांगों पर चर्चा की जाएगी।किसानों ने सरकार के समक्ष कई मांगें रखीं, जिनमें सोयाबीन फसल की राहत राशि तुरंत जारी करना, फसल बीमा क्षतिपूर्ति क्रॉप कटिंग प्रयोग (C.C.E.) के आधार पर देना और सैटेलाइट सर्वे समाप्त करने की प्रमुख मांगें शामिल थीं। इसके अलावा, किसानों ने रासायनिक खाद की सहज उपलब्धता सुनिश्चित करने की भी मांग की, ताकि उन्हें टोकन प्रणाली और लंबी लाइनों से राहत मिल सके।किसानों का कहना था कि अतिवृष्टि के कारण इस वर्ष क्षेत्र की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं, और आगामी रबी सीजन की तैयारी के लिए उन्हें तत्काल आर्थिक सहायता की आवश्यकता है। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।