ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र में ग्रीष्मकाल में पेयजल का संकट उत्पन्न न हो, वैकल्पिक पेयजल स्रोत की व्यवस्था रहे – कलेक्टर

प्रतीक पाठक, नर्मदापुरम

कलेक्टर सोनिया मीना ने समय सीमा की बैठक में पेयजल की स्थिति, विद्युत, उपार्जन, उर्वरक सिंचाई की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने ईई पीएचई को निर्देश दिए की वह अभी से यह सुनिश्चित करे की भीषण गर्मी की स्थिति में गांव में पेयजल के स्रोत ना सुखे, किसी भी स्थिति में किसी भी गांव में पेयजल का संकट उत्पन्न ना हो। यदि हैंडपंप बंद हो रहे हैं या हैंडपंप में जल का स्तर कम हो रहा है, तो वहां पेयजल का वैकल्पिक स्रोत सुनिश्चित किया जाए।

कलेक्टर ने निर्देश दिए की पटवारी, ग्राम पंचायत सचिव एवं पीएचई विभाग के यंत्री इस संबंध में अलर्ट रहे। लोकसभा निर्वाचन को देखते हुए किसी भी मतदान केंद्र पर भी हैंडपंप बंद न हो। प्राथमिकता से यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी हैंडपंप चालू स्थिति में रहे। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि स्कूलों के हैंडपंपों को प्राथमिकता से सुधारा जाए। यदि कोई व्यक्ति हैंडपंप, नल जल योजना के स्रोत के समीप खुदाई कर रहा है तो उसकी जानकारी से जिला प्रशासन को अवगत कराने के निर्देश दिए ईई पीएचई को दिए। कलेक्टर ने विभाग को निर्देश दिया कि एक जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित कर कंट्रोल रूम का नंबर प्रकाशित कराए ताकि जिन्हे भी पेयजल से संबंधित कोई समस्या हो या कोई शिकायत करना चाहता हो तो वह इस कंट्रोल रूम के नंबर पर संपर्क करके अधिकारियों को अवगत करा सके। कलेक्टर ने कहा कि शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

कलेक्टर ने कहा कि सभी एसडीएम एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा नगर पालिका अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि कहीं भी पेयजल के संकट की शिकायत आ रही है तो तत्काल उसका निराकरण करेंगे।

समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक, जिला नागरिक आपूर्ति अधिकारी एवं जिला विक्रय कर अधिकारी को निर्देश दिए हुए वे किसानों को जागरूक करें कि वह साफ सुथरा एवं एफएक्यू स्तर का गेहूं ही उपार्जन केंद्रों तक लाए। कलेक्टर ने बताया कि इस वर्ष एफसीआई को गेहूं का परिदान करना है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह एफसीआई के अधिकारियों को भी गेहूं की क्वालिटी दिखाएं। एफसीआई को गेहूं परिदान करने के लिए कलेक्टर ने सिवनी मालवा एवं इटारसी के एसडीएम को विशेष कार्य योजना बनाने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए की यदि कोई वेयरहाउस पर उपार्जन केंद्र चालू नहीं कर रहा है तो ऐसे वेयरहाउस को निरस्त करने की कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए की गेहूं उपार्जन एवं चना उपार्जन की टीम सुव्यवस्थित एवं बेहतरीन रूप से कार्य करें, और प्रतिदिन गेहूं उपार्जन की मॉनिटरिंग करें।

बैठक में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री वी के जैन ने बताया कि नर्मदापुरम एवं हरदा में मूंग सिंचाई के लिए पानी छोड़ा गया है। मूंग सिंचाई के लिए 60 से 70 दिन तक पानी दिया जाएगा। कई बार बारिश होने से पानी की डिमांड कम आती है।

खराब ट्रांसफार्मर को तत्काल बदला जा रहा है
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
मध्यप्रदेश विद्युत मंडल के अधीक्षण यंत्री ने बताया कि जैसे ही खराब या बंद पड़े ट्रांसफार्मर की जानकारी आती है वैसे ही उन्हें बदला जाता है। सिवनी मालवा एवं बनखेड़ी में विद्युत का ओवरलोड होने के चलते कई बार कठिनाई आती है वर्तमान में मूंग की खेती के लिए भी विद्युत सप्लाई हो रही है, इससे भी ओवरलोड की स्थिति बनती है। पेयजल सप्लाई में भी ओवरलोड बढ़ जाता है। वर्तमान में शेड्यूल के हिसाब से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत सप्लाई की जा रही है।

तहसीलदार एवं एसडीएम कोर्ट के प्रकरण लंबित न रहे
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
कलेक्टर ने सभी एसडीएम एवं तहसीलदार को निर्देश दिए की वह यह सुनिश्चित करें कि वे अपने-अपने कोर्ट में चल रहे हैं प्रकरणों का तेजी से निराकरण करें । किसी भी कोर्ट में 85 प्रतिशत से नीचे डिस्पोजल की स्थिति ना रहे। नियमित रूप से कोर्ट लगाते रहे और पैशी भी नियमित रूप से चलती रहे

बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सोजान सिंह रावत, अपर कलेक्टर श्री देवेंद्र कुमार सिंह, सभी विभाग के संबंधित अधिकारीगण एवं सभी एसडीएम ऑनलाइन मौजूद थे।

Spread the love