प्रतीक पाठक
नर्मदापुरम।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय नर्मदापुरम में एक बार फिर लोकायुक्त की टीम ने छापा मार कार्यवाही करते हुए सीमएचओ आफिस में पदस्थ तीन बाबुओं को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। उक्त तीनों बाबू महिला कर्मचारी से रिश्वत ले रहे थे। गौरतलब है कि इससे पहले भी लोकायुक्त की टीम ने सीएमएचओ कार्यालय में छापेमारी करते हुए तत्कालीन सीएमएचओ एवं एक महिला कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।
बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग में पब्लिक हेल्थ आफिसर के पद पर पदस्थ निर्मला थण्डवाल की सेवानिवृत्त होने पर मिलने वाले राशि को लेकर सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ बाबू महेश मेवारी, संतोष नगाइच एवं गजेन्द्र वर्मा द्वारा काम करने के एवज में पचास हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे थे। जिसकी शिकायत उक्त महिला ने लोकायुक्त में की थी। जिस पर लोकायुक्त भोपाल की टीम तीनों बाबुओं के ट्रेस करने के बाद गुरूवार दोपहर को अचानक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पहुंचकर रिश्वत लेते हुए तीनों को रंगे हाथों पकड़ा है। वहीं लोकायुक्त भोपाल से आई टीम देर शाम तक कार्यवाही में जुटी रही। लोकायुक्त की टीम में प्रमुख रूप से आशीष भट्टाचार्य निरीक्षक मनोज पटवा निरीक्षक डीएसपी बीके सिंह हेड कांस्टेबल रामदास कुर्मी हेड कांस्टेबल नेहा परदेसी आरक्षक मनोज आरक्षक मनमोहन साहू मनोज मांझी आदि टीम में शामिल रहे। सीएमएचओ कार्यालय में पब्लिक हेल्थ आफिसर के पद पर पिछले 6 साल से पदस्थ निर्मला थण्डवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरे समय मान एवं वेतनमान के भुगतान करवाने को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के अकाउंटेंट महेश मेवारी, संतोष नगाइच एवं गजेन्द्र वर्मा द्वारा काम करने के एवज में पचास हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे थे। जिसमें गुरुवार दोपहर के समय काम के बदले पहली किस्त में तीस हजार रुपए दे रही थी इसी दौरान लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।