सोमेश तिवारी, संपादक
भोपाल
आतंकी लड़कियों को फंसाने के लिए कोचिंग तक चला रहे हैं। हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) का संदिग्ध आतंकी भोपाल में कोचिंग चला रहा था। मप्र एटीएस की जांच और पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ कि तीन संदिग्ध आतंकियों ने हिन्दू लड़कियों से शादी की है।
हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के मप्र के भोपाल से दस, छिंदवाड़ा से एक और हैदराबाद से पकड़े गए पांच संदिग्ध आतंकियों में से सात ऐसे हैं, जिन्होंने धर्मांतरण कर मुस्लिम धर्म अपनाया था। इनमें से तीन ने हिन्दू लड़कियों से शादी की है।
प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सलीम हैदराबाद में कॉलेज में पढ़ाता था। वो फिलहाल भोपाल में कोचिंग सेंटर चला रहा था। उन्होंने कहा कि मप्र में पिछले महीनों में जमात उल मुजाहिद्दीन, पीएफआइ और एचयूटी के आतंकियों की धरपकड़ की गई है। इनमें से जेएमबी के तीन बांग्लादेशी आतंकियों और इनकी निशानदेही पर 8 राज्यों में 70 को पकड़ा गया। एटीएस ने पीएफआइ के 22 लोगों को भोपाल, इंदौर, नीमच समेत अन्य शहरों से पकड़ा है।
एचयूटी के हैदराबाद कनेक्शन और इस आतंकी मॉड्यूल के अन्य लोगों को तलाशने मप्र एटीएस की टीम ने हैदराबाद में डेरा डाला है। टीम एचयूटी के संदिग्ध आतंकियों को साथ ले गई है। हैदराबाद में कई लोगों की पहचान एटीएस ने की है। सूत्रों की मानें तो गिरफ्त में आने के बाद एचयूटी के मंसूबों का खुलासा होगा।
गृहमंत्री ने कहा कि धर्मांतरण की साजिश के चलते पहले लडक़ों को और इनके जरिये फिर लड़कियों का धर्मांतरण कराया जा रहा था। एचयूटी के सदस्यों साधारण नहीं हैं, बल्कि कोई प्रोफेसर है, तो कोई जिम ट्रेनर और कोई सॉफ्टवेयर इंजीनियर। उन्होंने कहा कि जेहादी कॉकरोचों के लिए मप्र पुलिस पेस्टीसाइड की तरह है। धर्मांतरण और जेहाद की साजिश किसी भी हाल में नहीं चलने दिया जाएगा।