सोमेश तिवारी
इंदौर
अब इंदौर-रीवा उड़ान का लाभ आने वाले कुछ समय में मिल सकता है। यहां की एयर स्ट्रीप को मिनी एयरपोर्ट के रूप में तब्दील किया जा रहा है। इस आशय का एमओयू कल राज्य शासन और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच साइन किया गया। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान लम्बे समय से इन दो नए एयरपोर्ट की सौगात के लिए प्रयासरत थे कुछ दिनों पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी प्रस्तावित एयरपोर्ट का शिलान्यास किया था।
अभी पिछले दिनों ही शिवराज कैबिनेट में हुए निर्णय के चलते प्रदेश शासन की ओर से विमानन आयुक्त चंद्रमौली शुक्ल और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के निदेशक रामजी अवस्थी के बीच भोपाल में एमओयू साइन किए गए। जनसम्पर्क अधिकारी मुकेश दुबे के मुताबिक पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री द्वारा एयरपोर्ट की घोषणा के बाद भूमिपूजन भी किया गया था विमानन आयुक्त चन्द्रमौली शुक्ल के मुताबिक रीवा और दतिया में एयरपोर्ट बन जाने से एटीआर-72 विमानों का परिचालन शुरू किया जा सकेगा, जिसके चलते भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर और खजुराहो के बाद अब दो नए एयरपोर्ट दतिया और रीवा की सौगात भी मिल सकेगी, जिससे लोगों के आवागमन में सुविधा होगी और व्यापार व्यवसाय भी बढ़ेगा। विमान परिचालन में केन्द्र शासन की 80 प्रतिशत और राज्य शासन की 20 प्रतिशत भागीदारी रहेगी। विमानन आयुक्त चंद्रमौली शुक्ल के मुताबिक रीवा हवाई अड्डे के सम्पूर्ण विकास, उन्नयन, प्रचालन, संधारण, सिविल एविएशन मानकों के अनुरूप ही किया जाएगा, जिसमें प्रदेश शासन द्वारा भारतीय विमान प्राधिकरण को रीवा हवाई अड्डे का सम्पूर्ण विकास चरणबद्ध तरीके से करने, हवाई यातायात संचालन हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं और यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। अभी दतिया और रीवा में एयर स्ट्रीप ही है। अब एयरपोर्ट के रूप में इसे विकसित किया जा रहा है, ताकि इंदौर से रीवा, दतिया भी विमान सेवा का लाभ मिल सके। अभी इन स्थानों पर जाने में काफी समय लगता है। सड़क और रेल मार्ग भी लम्बा और कठीन है। कुछ समय पूर्व ट्रेनिंग एक्टिविटी के लिए रीवा की हवाई पट्टी को फॉल्कन नामक निजी एविएशन कम्पनी को पायलट की ट्रेनिंग के लिए दिया गया था।