सोमेश तिवारी,संपादक
इंदौर
डिजिटल इंडिया मिशन के तहत इंदौर भू-अभिलेखों के रिकॉर्ड को डिजिटली संरक्षित करने के लिए इंदौर कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी को आज दिल्ली में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया गया है। प्लेटिनम सर्टिफिकेट के साथ राष्ट्रपति ने कलेक्टर को भूमि सम्मान दिया। कलेक्टर का कहना है कि इंदौर के राजस्व रिकॉर्ड को सम्पदा पोर्टल से जोडऩे का भी काम किया है तथा भविष्य में जो केन्द्र सरकार यूनिक लैंड पार्सल आईडेंटिफिकेशन नम्बर व्यवस्था आरम्भ करेगी उसमें भी ये डिजिटाइजेशन काम आएगा।
इंदौर के सभी 676 गांवों के राजस्व रिकॉर्डों को भी डिजिटल किया गया। 1584 नक्शा शीटें, जिनमें से अधिकांश जीर्ण-शीर्ण हो चुकी थीं उन्हें लेमिनेट करवाने के साथ उनको डिजिटल करने के लिए स्कैन भी करवाया गया तथा सभी राजस्व रिकॉर्ड अलमारियों में सुरक्षित रिकॉर्ड रूम में रखवा दिए हैं। केवल 17-18 जिले के गांव ऐसे हैं जिनके त्रुटिपूर्ण रिकॉर्ड हैं, उन्हें भी दुरुस्त किया जा रहा है, जिसमें खजराना समेत कुछ जागीरी वाले गांव सम्मिलित हैं। हालांकि खजराना का भी बहुत कुछ रिकॉर्ड व्यवस्थित किया जा चुका है। अब एमपी लैंड रिकॉर्ड के जरिए इन सभी राजस्व रिकॉर्ड को ऑनलाइन भी उपलब्ध करा दिया है। भू-अभिलेखों के डिजिटलाइजेशन एवं उनको सहेजने का काम मध्यप्रदेश लैंड रिकॉर्ड मुख्यालय ग्वालियर द्वारा कराया जा रहा है तथा यही वजह है कि अब ऑनलाइन जिले, गांव एवं खसरा नंबर डालते ही उससे जुड़ी जानकारी कम्प्यूटर स्क्रीन पर आ जाती है। इतना ही नहीं, आधार कार्ड की भांति केन्द्र सरकार यूनिक लैंड पार्सल आईडेंटीफिकेशन नम्बर भी तैयार करवा रही है।