सोमेश तिवारी
भोपाल
विदिशा के दुपारिया गांव की रहने वाली 19 वर्षीय रक्षा गोस्वामी ने गांव के ही सुदीप धाकड़ की छेडछाड व पुलिस के गैर जिम्मेदाराना रवैये से तंग आकर 23 मई को आत्महत्या कर ली। इसके बाद आरोपी सुदीप धाकड़ गिरफ्तार हुआ लेकिन चंद दिनो मे ही जमानत पर रिहा हो गया। जेल से छूटते ही सुदीप फिर लड़की के मा बाप को धमकाने लगा। बेटी के हत्यारे को खुला घूमते देख पिता व्यथित हो गये। आए दिन सुदीप की धमकी व पुलिस थाना नटेरन के लापरवाह रवैये से तंग आकर पिता धीरेन्द्र गिरी गोस्वामी ने भी 7 जुलाई को आत्महत्या कर ली। रक्षा गोस्वामी ने अपने सुसाइड नोट मे सुदीप व उसके 5 साथियों को मौत का जिम्मेदार बताया, लेकिन पुलिस ने सिर्फ सुदीप पर ही केस दर्ज किया।
पुलिस के प्रति जनता आक्रोशित हो गई और सांची विदिशा मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। आखिरकार पुलिस ने सुदीप सहित अन्य 5 आरोपियों पर 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया। मामले की जांच डीआईजी मोनिका शुक्ला कर रही हैं।
भाजपा शासन मे इतना सब होने के बाद भी विपक्ष सो रहा है। सबके अपने अपने इंट्रेस्ट हैं। पीड़ित परिवार ब्राह्मण है।