आर्म्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड व निजी आटोमोबाइल कंपनीज का इंदौर मे कॉन्क्लेव

 

सोमेश तिवारी
इंदौर मे ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को निजी आटोमोबाइल कंपनीज/डीलर्स और सेना की आर्म्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड का वेंडर डेवलपमेंट कॉन्क्लेव हुआ। एमपीआइडीसी इंदौर द्वारा आयोजित इस कॉन्क्लेव में 200 से अधिक ऑटोमोबाइल कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कई आटोमोबाइल कंपनियों ने रुचि दिखाई है, जो भविष्य में आर्मी को वाहनों के पुर्जे सप्लाई करने की प्रक्रिया में भाग लेगी।
एमपीआइडीसी के कार्यकारी निदेशक राजेश राठौर के मुताबिक, रक्षा उत्पादन में निजी भागीदारी को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। ये आयोजन उसी का हिस्सा है। रक्षा सेक्टर और निजी क्षेत्र के भागीदारों के बीच सामंजस्य किया जा रहा है। सेना के वाहन पहले सैन्य क्षेत्र में ही बनाए जाते थे, लेकिन अब निजी क्षेत्र के लिए भी यह सेक्टर खोला गया है।
आर्मी व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर के वेदांत दरबारी ने फैक्ट्री में होने वाले उत्पादों की जानकारी देते हुए निजी औद्योगि इकाइयों को तैयार कर जुड़ने की बात कही। कर्नल अमित अवस्थी ने बताया कि रक्षा उत्पादों का देश में ही निर्माण हो। इसमें ऑटोमोबाइल के वेंडर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इंदौर से सटे औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में देश-दुनिया की कई बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों की यूनिट है। यही वजह है कि आर्मी के वाहनों से जुड़े पार्ट्स की वेंडर डेव्हलपमेंट कॉन्क्लेव करने के लिए इंदौर का चयन किया गया।
कार्यक्रम मे व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर के चीफ जनरल मैनेजर संजीव कुमार भोला,डायरेक्टर फाइनेंस आर्म्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड, हैवी व्हीकल फैक्ट्री से के के वासु,आर्डिनेन्स फैक्ट्री के नितिन चौरसिया व एमपीआइडीसी के कार्यकारी निदेशक राजेश राठौर उपस्थित थे। इनके अलावा फोर्स मोटर्स, वोल्वो,आइशर,महिन्द्रा ऐंड महिन्द्रा,गेब्रियल जैसी कंपनीज मौजूद थी।

Spread the love